मौसम ने फिर बदली करवट, कोहरा बादल व शीतलहर फिर जारी
जिले के मौसम ने एक बार फिर से करवट बदली है तथा ठंड व शीतलहर तथा कोहरा फिर से मुसीबत बन गए है।
सहारनपुर, जेएनएन। जिले के मौसम ने एक बार फिर से करवट बदली है तथा ठंड व शीतलहर तथा कोहरा फिर से मुसीबत बन गए है। दो दिन से निकल रही धूप से जहां सर्दी से राहत मिलना शुरू हुई थी, तथा उम्मीद जताई जा रही थी कि कोहरे व शीतलहर का प्रकोप कम होगा, लेकिन हुआ इसके विपरीत है। मौसम का मिजाज गत रात्रि से ही बिगड़ना शुरू हो गया था, तथा तेज बर्फीली हवाओं के चलने के कारण पारा शून्य के करीब पहुंच गया था। उधर शनिवार की सुबह घने बादलों व कोहरे के साथ हुई तथा ठंड ने फिर जोर पकड़ लिया था, और ठिठुरन कंपकपी छुड़ा रही थी। गत दो दिन से सुबह ही अपनी प्रचंडता दिखाने वाले सूर्य देव के पूरे दिन दर्शन नहीं हुए। कोहरा भी दोपहर करीब 12 बजे के करीब छंटा लेकिन बादल छाए रहने के कारण ठंड का प्रकोप जारी रहा। पूरा दिन लोग ठंड से बचाव का मार्ग तलाशते रहे। शाम में फिर से बर्फीली हवाओं ने जोर पकड़ना शुरू कर दिया था लोग जल्दी बिस्तरों में सिमटने को मजबूर हो गए। उधर तापमान थोड़ा चढ़ा जरूर लेकिन सर्दी से राहत नहीं मिल पाई है। शनिवार को तापमान अधिकतम 15.8 डिग्री तथा न्यूनतम 6.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम वेधशाला प्रभारी उमेश कुमार अगले 24 घंटों के दौरान मौसम में कोई विशेष परिवर्तन नहीं होने तथा शीतलहर व ठंड बढ़ने की संभावना जता रहे है।
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बच्चों पर सर्दी की मार
पिछले करीब 28 दिनों से बच्चों पर सर्दी की भीषण मार पड़ रही है। हालांकि बीच में भीषण ठंड के दौरान स्कूल कालेजों में अवकाश घोषित करना पड़ा लेकिन जब से स्कूल खुले है तब से सर्दी पुन: असर दिखा रही है तथा बच्चे ठिठुरते हुए स्कूल पहुंचने को मजबूर होकर रह गए है। उधर कई दिनों की भीषण ठंड के बाद पटरी पर लौट रहे सरकारी विभागों के कामकाज शनिवार को फिर प्रभावित हुआ तथा अधिकारी व कर्मचारी ठंड से बचाव करते नजर आए।
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रफ्तार पर फिर ब्रेक
मौसम के पलटी मारते ही हाइवे से लेकर मुख्यमार्गों तक पर वाहनों की रफ्तार पर मानो फिर ब्रेक से लग गए। अधिकांश वाहन सुबह 10 बजे तक हैडलाइट जलाकर भी धीमी गति से निकल रहे थे। इसी प्रकार रोडवेज बसों का संचालन भी फिर से प्रभावित हुआ है तथा कई बसें देरी से चली। रेल गाड़ियों की स्पीड घटने के कारण कई ट्रेनें दो से ढाई घंटे देरी से पहुंची है। बाजारों में फिर से मंदी शुरू हो गई है तथा खुलने व बंद होने का समय निर्धारित नहीं रह गया है।