बुखार से लगातार तीन मौत, बूबका में दहशत
क्षेत्र के गांव बूबका में पिछले 3 दिनों में बुखार 3 जाने ले चुका है। जिनमें सोमवार को महिला समेत दो लोगों की बुखार से मौत हो गई।
सहारनपुर जेएनएन। क्षेत्र के गांव बूबका में पिछले 3 दिनों में बुखार 3 जान ले चुका है, जिनमें सोमवार को महिला समेत दो लोगों की बुखार से मौत हो गई। एक सप्ताह में बुखार से मरने वालों की संख्या चार तक पहुंच गई है, जिसके चलते ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। गांव बूबका में पिछले 10 दिनों से बुखार से बुखार का प्रकोप जानलेवा साबित हो रहा है। पांच दिन पहले गांव में बुखार से महिला सरोज की मौत हो गई थी। इसके बाद बुखार ने दो दिन पहले बती देवी को जकड़ लिया। सोमवार को तो एक साथ ही दोनों मौतों ने ग्रामीणों को दहशतजदा कर दिया। गांव की शकुंतला पत्नी शीशपाल की जॉली ग्रांट ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। वह 3 दिन से सहारनपुर के एक अस्पताल में भर्ती थी। गांव के ही नकलीराम की सोमवार को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। अभी भी गांव में बुखार से सैकड़ों लोग पीड़ित हैं, जिनमें कई की हालत गंभीर है, जिन्हें सहारनपुर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया। डेंगू पीड़ित सुमित्रा मामचंद की हालत भी गंभीर है। जबकि बबली पत्नी राजू पिछले पांच दिन जिला अस्पताल में है। ग्रामीणों ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में बुखार पीड़ितों के खून के सैंपल लिये और दवाइयां भी वितरित की।
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गांव का उप स्वास्थ्य केंद्र ही गंदगी का केंद्र
बुबका गांव में गंदगी फैली है। ग्राम पंचायत स्तर से गांव में न तो सफाई कार्य कराया गया और न ही कीटनाशक दवाई का कोई छिड़काव अभी तक किया गया है। गांव में एक पुराने कुएं में कुत्ते मरे हुए पड़े हैं। गसफाई कर्मचारी आते नहीं है जिसके चलते जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं और नाले नालियां गंदगी से अटी पड़ी हैं। गांव का उप प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तो लावारिस हालत में है और यह भी गंदगी का केंद्र बना हुआ है। स्वास्थ्य केंद्र में बने शौचालय के गड्ढे खुले पड़े हैं, जिससे संक्रमण फैल रहा है। कई बार ग्राम पंचायत स्तर पर इस संबंध में शिकायत की जा चुकी है। यही नहीं मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर भी शिकायत की जा चुकी लेकिन कोई कार्रवाई आज तक नहीं हुई है। कई ग्रामीणों ने गांव में मीडिया के पहुंचने पर उप स्वास्थ्य केंद्र के बाहर प्रदर्शन भी किया।