बोले ग्रामीण- तीन लोगों की मौत का जिम्मेदार है बिजली विभाग
Saharanpur News रामपुर मनिहारान क्षेत्र के गांव मदनूकी में गंगोह क्षेत्र के पेड़ काटने आए चार व्यक्ति हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गए। जिसमें तीन लोगों की करंट लगने से मौके पर ही मौत हो गईं। हादसे की सूचना पर सैकड़ों ग्रामीण मौके पर पहुंचे।
सहारनपुर, जेएनएन। गांव मदनूकी में करंट से हुई तीन मौत के मामले में ग्रामीणों का आरोप है कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है। आरोप है कि जब 33 हजार की लाइन पर काम चल रहा है। इस कारण 11 हजार की लाइन का शट-डाउन ले रखा था लेकिन अचानक इसमें विद्युत आपूर्ति शुरू कर दी गई। इससे तीन लोगों की मौके मौत हो गई। हालांकि एडीएम रजनीश मिश्रा ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि इस पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। जांच में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
गनीमत है 33 हजार की लाइन पर काम नहीं कर रहे थे मजदूर
यह हादसा और भी बड़ा हो सकता था। सुबह के आठ बजे जब तीनों मजदूर पेड़ काटने के लिए पहुंचे तो उस समय 33 हजार की लाइन पर काम नहीं चल रहा था। ग्रामीणों का कहना है कि यदि लाइन पर काम चलता हुआ होता तो कई मजदूरों की मौत हो सकती थी। सुबह के सात बजे ही पिछले कई दिनों से 11 हजार की लाइन का शट-डाउन रोजाना हो जाता था। आठ बजे भी शट-डाउन चल रहा था, लेकिन किसी ने करंट छोड़ दिया। जिससे हादसा हो गया।
जेई पर भड़के ग्रामीण, एडीएम ने किए शांत
काफी हंगामे के बाद पहासू बिजलीघर के जेई जितेंद्र कुमार मौके पर पहुंच गए और उन्होंने ग्रामीणों के बीच में जाकर बोल दिया कि विद्युत विभाग की कोई लापरवाही नहीं थी। जिसके बाद ग्रामीण भड़क गए और जेई को खरी-खरी सुनाई। इसके बाद एडीएम वित्त रजनीश मिश्रा बीच में घुसे और उन्होंने जेई को वहां से हटाया। साथ ही निर्देश दिए कि वह मौके से चला जाए। जिसके बाद ग्रामीण शांत हुए।
ग्रामीणों की चेतावनी, मुआवजा नहीं मिला तो होगा आंदोलन
हादसे की सूचना पर गंगोह थानाक्षेत्र के गांव फतेहपुर खेड़ी के भी सैकड़ों ग्रामीण मौके पर पहुंच गए थे। इन ग्रामीणों का कहना था कि यदि मृतक के स्वजनों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा नहीं मिला तो ग्रामीण सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे। हालांकि ग्रामीणों को एडीएम ने समझाया कि विधायक देवेंद्र निम की मुख्यमंत्री कार्यालय में बात हो गई है। उन्हें हर हाल में मुआवजा दिया जाएगा।