कोरोना से तीन की मौत, 51 पाजिटिव
जिले में कोरोना का कहर भले ही कम हो रहा हो लेकिन अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है। इसलिए अभी कोरोना को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
सहारनपुर, जेएनएन। जिले में कोरोना का कहर भले ही कम हो रहा हो, लेकिन अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है। इसलिए अभी कोरोना को हल्के में नहीं लेना चाहिए। सोमवार को भी 51 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। वहीं, अच्छी बात यह है कि 235 लोग ठीक भी हुए है। एक महिला समेत तीन की कोरोना संक्रमण के कारण मौत भी हुई है। यह तीनों मौत मेडिकल कालेज पिलखनी में हुई है।
जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने बताया कि जिले के तीन हजार से अधिक लोगों के रोजाना सैंपल लेकर जांच के लिए लैब में भेजे जा रहे हैं। कुछ दिन पहले तक रोजाना 500 से अधिक केस निकलकर सामने आ रहे थे, लेकिन अब यह केस घटकर कभी 50 तो कभी 70 पर रह गए हैं। इतने केस भी कुछ लापरवाही करने वाले लोगों के कारण सामने आ रहे हैं। यदि लोग सख्ती के साथ नियमों का पालन करना शुरू कर दें तो पाजिटिव केस नहीं आएंगे। डीएम ने बताया कि अब तक जिले में 31 हजार 834 कोरोना के केस मिल चुके हैं, जिसमें से 29 हजार 637 पाजिटिव केस ठीक हो चुके हैं। हालांकि जिले में अब तक 434 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। वर्तमान में 1763 कोरोना के एक्टिव केस रह गए हैं।
आज से अभिभावक स्पेशल सत्र के तहत भी लगेंगे टीके
सहारनपुर : सीएमओ डा. विक्रम सिंह पुंडीर ने बताया कि एक जून से स्वास्थ्य विभाग अभिभावक स्पेशल सत्र के तहत टीकाकरण करेगा। इस अभियान के तहत जिन माता-पिता के बच्चों की उम्र 12 वर्ष से कम है वह अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। उन्हें अपने बच्चे का आधार कार्ड या फिर जन्मतिथि प्रमाण पत्र रजिस्ट्रेशन के दौरान संलग्न करना होगा। इसके तहत शहर के गुरुनानक इंटर कालेज अंबाला रोड और आशा मार्डन स्कूल को केंद्र बनाया गया है। यहां पर रविवार को छोड़कर बाकी सभी दिनों में टीकाकरण किया जाएगा। प्रतिदिन 100 अभिभावकों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
8080 लोगों को लगाया गया टीका
सहारनपुर : जिला टीकाकरण अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि सोमवार को 84 केंद्रों पर टीकाकरण अभियान चलाया गया। इन केंद्रों पर 12050 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन 8080 लोग ही टीका लगवाने के लिए पहुंच सके, जिसमें 20 मीडियाकर्मी भी शामिल रहे। कार्यवाहक सीएमओ डा. विक्रम सिंह पुंडीर ने बताया कि टीकाकरण 18 से 44 और 45 वर्ष से अधिक लोगों को लगाया जा रहा है। बिना रजिस्ट्रेशन के टीका नहीं लगाया जा रहा है। वहीं, सरसावा में स्थित आश्रम में भी टीककारण अभियान शारीरिक दूरी के साथ चलाया गया।