चेतना से बदला जा सकता है देश का नक्शा : पदमश्री भारत भूषण
योगाचार्य पदमश्री भारत भूषण ने कहा कि चेतना से देश के नक्शे को बदला जा सकता है। शरद पूर्णिमा के चंद्रमा की उज्ज्वलता में आज इस बात का संकल्प करें कि पत्रकारिता की कलम में नयी चेतना लाने का काम किया जाए।
सहारनपुर, जेएनएन। योगाचार्य पदमश्री भारत भूषण ने कहा कि चेतना से देश के नक्शे को बदला जा सकता है। शरद पूर्णिमा के चंद्रमा की उज्ज्वलता में आज इस बात का संकल्प करें कि पत्रकारिता की कलम में नयी चेतना लाने का काम किया जाए।
योगाचार्य पदमश्री भारत भूषण रविवार को जनमंच सभागार में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के 32वें प्रदेशीय सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने पत्रकारिता के कार्य को संवेदनशील, विचारशील, विवेचनाशील, अध्ययनशील बताते हुए कहा कि ग्रामीण अंचल के पत्रकारों का कार्य वास्तव में अधिक महत्वपूर्ण है, जो सीमित संसाधनों के बीच राष्ट्र विकास में योगदान दे रहे हैं। जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने कहा कि पत्रकारिता के गौरवमयी अतीत व भविष्य को बनाए रखने के लिए हमें ज्ञान व अध्ययन की आवश्यकता है।
महापौर संजीव वालिया ने ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष आलोक तनेजा के प्रयास की सराहना की। मीडिया सेंटर मुजफ्फरनगर के अध्यक्ष अनिल रायल ने कहा कि पत्रकारिता अंतरमन से होनी चाहिए। इससे पूर्व जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय, ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ कुमार, राज्यसभा टीवी पत्रकार अरविद कुमार सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष श्रवण द्विवदी, प्रदेश महामंत्री देवी प्रसाद गुप्ता, संगठन महामंत्री महेंद्र प्रताप सिंह व केजी गुप्ता ने मां सरस्वती व संगठन संस्थापक स्व. बालेश्वर लाल के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। सम्मेलन में करीब 60 जनपदों के पत्रकार जुटे। जिन्होंने पत्रकारों के हितों, उनकी रक्षा व ग्रामीण अंचलों के पत्रकारों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया। संचालन दानिश आजम व मनोज कश्यप ने संयुक्त रूप से किया।