सहारनपुर में थानावार ब्योरा जुटाकर पाबंद किए जा रहे भीम आर्मी समर्थक
चंद्रशेखर आजाद की रिहाई के बाद लोग स्वागत को उमड़ रहे हैं। प्रशासन ने भीम आर्मी से जुड़े लोगों को 107-116 में मुचलका पाबंद करना शुरू कर दिया है।
सहारनपुर (जेएनएन)। भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर आजाद की जेल से रिहाई के बाद लोग उनके स्वागत को उमड़ रहे हैं। इसे देखते हुए पुलिस प्रशासन ने भीम आर्मी से जुड़े लोगों को 107-116 में मुचलका पाबंद करना शुरू कर दिया है। नोटिस में एक वर्ष के लिए दो लाख रुपये के व्यक्तिगत बंधपत्र पर पाबंद किया जा रहा है। भीम आर्मी से जुड़े लोगों का थानावार ब्योरा जुटाया जा रहा है। उप जिला मजिस्ट्रेट सदर परमानंद झा ने बताया कि थानों से आई रिपोर्ट के आधार पर 107-116 की कार्रवाई की जा रही है। अभी तक थाना देहात कोतवाली व थाना सदर बाजार से रिपोर्ट आई है। उसके आधार पर ही करीब 200 नोटिस तैयार किए गए हैं।
एक साल के लिए 107-116 में निरुद्ध
पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई का पता तब चला जब देवला गांव के एक स्कूल संचालक को इसका नोटिस भेजा गया। डॉ. एमएस गौतम का गांव देवला में लाइट आफ पंचशील स्कूल है। महीने में दो बार विपशना कैंप लगाते हैं। साथ ही बौद्ध शिक्षा देने में इनका बहुत बड़ा योगदान है। पुलिस ने इन्हें भीम आर्मी का सक्रिय कार्यकर्ता मानकर इन्हें एक साल के लिए 107-116 में निरुद्ध करने के लिए नोटिस भेजा है। डॉ. गौतम का कहना है कि जेल में कैंप की अनुमति के अलावा वह इस संबंध में एसएसपी से भी बात कर चुके हैं। भीम आर्मी संस्थापक से भी उन्होंने विपशना कैंप में जाने की बात कही थी परंतु वह कैंप में नहीं गए थे।
दो सौ लोगों के नोटिस तैयार
भीम आर्मी से जुड़े लोगों के खिलाफ 107-116 की कार्रवाई का उद्देश्य समझ से बाहर है। अकेले सदर तहसील में 15 गांवों के करीब दो सौ लोगों के नोटिस तैयार किए गए हैं। देवला में मास्टर मदन पुत्र मांगू, भूरा पुत्र रतन, आनंद पुत्र छोटा, सतबीर पुत्र राजपाल व पंकज पुत्र रमेश को नोटिस भेजे गए हैं। इनमें कहा गया है कि थाना देहात कोतवाली प्रभारी की रिपोर्ट में विदित है कि उक्त लोग भीम आर्मी से जुड़े हैं और इनके द्वारा समय-समय पर भीड़ एकत्र की जाती है जिससे तनाव उत्पन्न होता है और शांति भंग होने की आशंका रहती है।