विदेशों में पौधे लगा साबिर अली ने दिया पर्यावरण का संदेश
पर्यावरण प्रेमी इस दिवस पर पौधे लगाकर विश्व पर्यावरण दिवस मनाते हैं। सहारनपुर के साबिर अली अपने देश में हों या फिर विदेश में वह कभी इस दिन को नहीं भूलते। विदेशों तक में उन्होंने पौधे लगाए हैं और इस बार भी वह पौधे लगाने की तैयारी में हैं।
सहारनपुर, जेएनएन। पर्यावरण प्रेमी इस दिवस पर पौधे लगाकर विश्व पर्यावरण दिवस मनाते हैं। सहारनपुर के साबिर अली अपने देश में हों या फिर विदेश में, वह कभी इस दिन को नहीं भूलते। विदेशों तक में उन्होंने पौधे लगाए हैं और इस बार भी वह पौधे लगाने की तैयारी में हैं। घर में भी उन्होंने अपना किचन गार्डन बनाया हुआ है।
वुडकार्विंग मैन्यूफैक्चर्स एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष साबिर अली खान वुडकार्विंग के बड़े निर्यातक हैं। निर्यात के सिलसिले में अक्सर उनका विदेशों में आना-जाना रहता है। इसलिए भी वह पेड़-पौधों की अहमियत को समझते हैं। उनका कहना है कि समस्त विश्व पटल, अनेक सजीव निर्जीव, सूक्ष्म जीवों के संयोग से बना हुआ है, जिसमें मनुष्य ही एक मात्र ऐसा प्राणी है, जिसमें सोचने समझने की शक्ति व तर्क के आधार पर अपने कार्य को अंजाम तक पहुंचाने की क्षमता है। आज विश्व पटल पर पर्यावरण की शुद्धता के ऊपर जो संकट गहराया है। वह सब मानव के ही क्रिया कलापों का परिणाम है, जिसने जीवों के जीवन को भी खतरे की कगार पर खड़ा कर दिया है। जिस दिन प्रकृति का कानून बिगड़ गया उस दिन सभी कानून एक और रखे रह जायेंगे, जो कि परमाणु अटैक के परिणामों से भी कहीं गुणा भयानक होंगे। वर्तमान में अंधा धुंध वाहनों के प्रयोग व तेजी से बढ़ते औद्योगिकी करण के प्रयास, वनों या पेड़ों की अंधाधुंध कटाई ने ओजोन परत को भी संकट में डाल दिया है।
साबीर अली खान का कहना है राष्ट्रीय पर्यावरण पर काम करते हुए उन्होंने चीन, तुर्की, नेपाल आदि देशों में भी पौधे लगाए हैं। उन्होंने तुर्की में अपने द्धारा किये गए पौधारोपण की फोटो भी दिखाई। पर्यावरण के प्रति उनका प्रेम इससे भी झलकता है कि उन्होंने अपने घर के किचन गार्डन में कई तरह के सुंदर पौधे लगाए हुए हैं। उनका कहना है कि उन्हें पेड़ पौधे उन्हें बहुत अधिक पसंद हैं जो हमें अच्छा और स्वच्छ वातावरण देने का मुख्य स्त्रोत हैं। इस बार भी पर्यावरण दिवस पर शुक्रवार को वह अपने बगीचे में तीन-चार नए पौधे लगाएंगे। इतना ही नहीं वह पर्यावरण से संबधित कार्यशाला में भी शामिल होते हैं और पेड़ पौधों का नए विकास के लिए देखभाल व प्रयास करते हैं इनका मानना है कि पर्यावरण को बचाने के लिए और अधिक प्रयास करने होंगे।