अभी विश्व में सालभर में मर रहे 50 लाख लोग
आज तंबाकू दिवस है। सरकारी मशीनरी इस दिन सभी लोगों को नसीहत देती है कि तंबाकू को छोड़ो लेकिन यह सब कागजों पर ही चलता है। हकीकत कुछ और ही है। तंबाकू के प्रचार प्रसार पर जब तक सरकारें रोक नहीं लगाएगी तब तक कुछ नहीं हो सकता है।
सहारनपुर, जेएनएन। आज तंबाकू दिवस है। सरकारी मशीनरी इस दिन सभी लोगों को नसीहत देती है कि तंबाकू को छोड़ो, लेकिन यह सब कागजों पर ही चलता है। हकीकत कुछ और ही है। तंबाकू के प्रचार प्रसार पर जब तक सरकारें रोक नहीं लगाएगी, तब तक कुछ नहीं हो सकता है। डा. संजीव मिगलानी का कहना है कि तंबाकू के उत्पादन पर भी रोक लगनी चाहिए। तभी भारत देश की स्थिति में सुधार हो सकता है। उनका कहना है कि डब्लूएचओ के अनुसार, विश्व में एक साल में 50 लाख लोग तंबाकू एवं उसके सेवन से होने वाली बीमारी से मर जाते हैं। यदि तंबाकू पर रोक नहीं लगी तो आने वाले 2030 तक यह आंकड़ा बढ़कर 80 लाख हो जाएगा। डब्लूएचओ के अनुसार, भारत में लगभग 12 करोड़ लोग तंबाकू का सेवन करते हैं, जबकि अकेले भारत में ही एक साल में 10 लाख लोग तंबाकू के सेवन से मर जाते हैं।
तंबाकू से होने वाली बीमारी
- फेफड़ों की बीमारी, फेफड़े कमजोर पड़ जाते हैं और इंसान की मौत तक हो जाती है।
- हार्टअटैक, ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक जैसे गंभीर बीमारी हो जाती है।
- फेफड़े, गले, मुंह का कैंसर आदि बीमारी भी होती है।
- खाने की नली में कैंसर हो जाता है।
- गर्भावस्था में महिलाओं के पेट में बच्चे मर जाने का खतरा रहता है।
आज लें कसम, छोड़ेंगे तंबाकू
वैसे जिले के जिला अस्पताल और अन्य संस्थानों में तंबाकू के प्रति लोगों को कार्यक्रम के जरिए सचेत किया जाता है। लोगों को शपथ दिलाई जाती है कि वह तंबाकू को छोड़े। तंबाकू में बीड़ी, सिगरेट, पान मसाला आदि शामिल होते हैं। एक आंकड़े के अनुसार, यदि कोई 20 साल की उम्र से तंबाकू शुरू करता है और 70 साल तक करता है तो वह 70 से 72 साल की उम्र में ही उसकी मौत हो जाती है।