आत्मा के प्रति समर्पित होना उत्तम अ¨कचन धर्म : शास्त्री
देवबंद (सहारनपुर) : पर्वाधिराज पर्यूषण पर्व के नौवें दिन जैन मंदिरों में उत्तम अ¨कचन धर्म की विशे
देवबंद (सहारनपुर) : पर्वाधिराज पर्यूषण पर्व के नौवें दिन जैन मंदिरों में उत्तम अ¨कचन धर्म की विशेष पूजा की गई। परिवस्तुओं का त्याग कर आत्मा के प्रति समर्पित होने को उत्तम अ¨कचन धर्म बताया गया। शनिवार को नगर के भगवान पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर सरागवाड़ा, मंदिर जी बाहरा, मंदिर जी नेचलगढ़ और भगवान महावीर दिगंबर जैन मंदिर कानूनगोयान में श्रद्घालुओं ने उत्तम अ¨कचन धर्म के मार्ग पर चलने की शिक्षा ग्रहण की।
इस दौरान पं. देवेन्द्र जैन शास्त्री ने कहा कि इस संसार में कोई भी वस्तु आजीवन किसी के लिए नहीं हो सकती है। इसलिए मनुष्य को तीर्थकरों की वाणी पर ध्यान देते हुए निरंतर उनकी भक्ति करते रहना चाहिए। श्री दिगंबर जैन मंदिर बाहरा में रात्रि में महाआरती के उपरांत फैंसी ड्रैस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें आरवी जैन, रक्षिका जैन व द्रव्य जैन ने प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। विभिन्न वेशभूषा में सजे बच्चे आकर्षण का केंद्र रहे। अतुल जैन, विकास जैन, अजय जैन, संध्या जैन, संगीता जैन, नितिका जैन, पायल जैन, अंकित जैन, रजत जैन, चंदन जैन, मुकेश जैन, मोना जैन, रूची जैन, बबीता जैन आदि रहे।