जन कल्याण यज्ञ व भंडारे के साथ मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न
गंगोह में श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में मूर्तियों की स्थापना के लिए चल रहा अनुष्ठान कार्यक्रम संपन्न हो गया। रविवार को जन कल्याण यज्ञ के बाद भंडारे का आयोजन किया गया।
सहारनपुर, जेएनएन। गंगोह में श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में मूर्तियों की स्थापना के लिए चल रहा अनुष्ठान कार्यक्रम संपन्न हो गया। रविवार को जन कल्याण यज्ञ के बाद भंडारे का आयोजन किया गया।
मंदिर में राम दरबार व लड्डू गोपाल की मूर्तियों की स्थापना की गई है, इसके लिए 18 जनवरी से प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम चल रहा था। रविवार को अनुष्ठान कार्यक्रम श्रद्धा के साथ संपन्न हो गया। रविवार को कार्यक्रम का आरंभ पूजा पाठ से किया गया। इसके बाद आचार्य अनुज शास्त्री के निर्देशन में पं. गोविद, जगपाल शर्मा आदि ने यज्ञ का कार्य संपन्न कराया। श्रद्धालुओं ने जन कल्याण व कोरोना के विनाश के लिए प्रार्थना की। यजमान अंकुर अग्रवाल, दीपांशु गोयल, सचिन गोयल, सचिन बंसल, कुमार फौजी, राकेश गोयल रहे। मूर्ति स्थापना कार्यक्रम पूर्ण होने के बाद भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें बारिश के बावजूद तीसरे पहर तक श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इससे पहले शनिवार को स्थापित होने वाली मूर्तियों की नगर यात्रा निकाली गई। अनुष्ठान के दौरान बारिश लगातार जारी रही। कार्यक्रम में बृजमोहन वर्मा, अनमोल बंसल, वरुण शर्मा, पीयूष कुमार गोयल, वैभव अग्रवाल आदि का सहयोग रहा।
पीएनबी की शाखा को विलय करने से रोकने की मांग
नानौता: नगर तथा देहात क्षेत्र के काफी लोगों ने पंजाब नैशनल बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक को पत्र भेजकर जहां पूर्व में ओबीसी से पंजाब नैशनल बैंक में विलय हुई शाखा को पीएनबी की पांडुखेड़ी शाखा में विलय करने से रोके जाने की मांग की है। वहीं
उक्त शाखा के खाताधारकों ने उनकी मांग पूरी ना होने पर अपने खाते किसी अन्य बैंक में स्थानांतरित कराने की चेतावनी भी दी है। अखिल भारतीय किसान महासभा के मोहन सिंह राणा के नेतृत्व में मतीन अहमद, राहुल राणा, प्रताप सिंह, जिन्दा हसन, वीरेन्द्र कुमार, अलका जैन, मुकेश कुमार बंसल, सुदेश कुमार बंसल आदि सहित काफी संख्या में नगर तथा ग्रामीण क्षेत्र के खाता धारकों ने पीएनबी के क्षेत्रीय प्रबन्धक को भेजे पत्र में बताया कि उन्हें अंदेशा हो रहा है कि कुछ समय पूर्व ओबीसी से पीएनबी में विलय हुई शाखा संख्या 1465 को पीएनबी पाण्डुखेड़ी शाखा संख्या 3726 में विलय किया जा रहा है। वहीं पांडूखेड़ी शाखा में खातों के अत्यधिक दबाव हो जाने के कारण कोविड गाइडलाइन का पालन करना मुश्किल हो जाएगा। खाताधारकों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उक्त शाखा को पीएनबी पांडूखेड़ी शाखा में विलय किए जाने से रोका नही जाएगा तो उन्हें मजबूरन अपने खाते किसी अन्य बैंक में खुलवाने पड़ेंगे, जिसकी जिम्मेदारी स्वयं बैंक प्रबंधन की होगी।