जीएसटी रिफंड को सड़कों पर उतरे निर्यातक
सहारनपुर : वुडकार्विंग उद्योग से जुड़े निर्यातकों का जीएसटी रिफंड न किये जाने के विरोध म
सहारनपुर : वुडकार्विंग उद्योग से जुड़े निर्यातकों का जीएसटी रिफंड न किये जाने के विरोध में इस उद्योग से जुड़े निर्यातकों ने जुलूस निकाल वाणिज्य कर विभाग के एडिशनल कमिश्नर को ज्ञापन दिया।
जीएसटी रिफंड की मांग को लेकर गुरुवार को वुडकार्विंग उद्योग व आईआईए से जुड़े निर्यातक तथा उनके कर्मचारी ने कोर्ट रोड स्थित आयकर भवन के निकट एकत्र हुए।यहां से जुलूस की शक्ल में दिल्ली रोड स्थित सेंट्रल एक्साइज व वाणिज्य कर विभाग के कार्यालय पर पहुंचे। इस मौके पर वुडकार्विंग मैन्यूफैक्चर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष शेख फैजान व साबिर अली खान ने कहा कि सहारनपुर के वुड कार्विंग उद्योग के सामान का बड़े पैमाने पर अमेरिका व यूरोप निर्यात किया जाता है। इसमें डेढ़ सौ से अधिक निर्यातकों का जीएसटी रिफंड में करीब तीन सौ करोड़ रुपये से अधिक फंसा हुआ है। रिफंड न मिल पाने के कारण उनके द्वारा बैंकों से ली गई धनराशि पर 5 प्रतिशत की छूट भी घटकर 1.9 प्रतिशत कर दिया गया है। जिससे इस उद्योग पर संकट के बादल छा रहे हैं। आईआईए से जुड़े उद्यमियों ने कहा कि जब पूरे देश में जीएसटी का विरोध हो रहा था, तब आईआईए ने जीएसटी लागू करने का समर्थन किया था। परंतु जब से जीएसटी लागू किया गया है तभी से यह संदेह के घेरे में चल रहा है। पिछले 9 माह से सहारनपुर हैंडीक्राफ्ट्स के निर्यातकों की समूची कार्यशील पूंजी विभाग के पास जीएसटी के रूप में जमा हो चुकी है और जीएसटी की वापसी के रोज नये-नये किये जा रहे हैं। परंतु अभी तक भी निर्यातक की जमा की गयी जीएसटी राशि का कोई वापसी भुगतान नहीं हुआ है। कहा कि यह कारोबार एक लाख आर्टीजन के परिवारों को रोजगार दे रहा है।
निर्यातकों ने कहा कि जिस प्रकार से वायदा किया गया था कि निर्यातकों के द्वारा जमा किया गया जीएसटी उनके बैंक खातों में एक समय अवधि के अंदर आ जायेगा। वह 31 मार्च तक उनके बैंक खातों में ब्याज सहित जमा कराया जाए। विरोध प्रदर्शन में आइआइए के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामजी सुनेजा, चैप्टर चेयरमैन कृष्ण राजीव ¨सघल, महासचिव प्रमोद सड़ाना, शेख फैजान अहमद, साबिर अली खान, परविन्द्र ¨सह, सोम गोयल, अनूप खन्ना, उमेश सचदेवा, चिराग सुनेजा, रविन्द्र मिगलानी, नवीन सैनी, सुभाष मिगलानी, प्रतीक मिगलानी आदि रहे।