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पूर्वांचल सांस्कृतिक सभा ने किया घाट का निरीक्षण

अभियान चला रही है और बड़ी नहर व घाट पर फैली गंदगी सरकार के अभियान को जैसे मुंह चिढ़ा रही हो।

By JagranEdited By: Published: Mon, 28 Oct 2019 10:16 PM (IST)Updated: Mon, 28 Oct 2019 10:16 PM (IST)
पूर्वांचल सांस्कृतिक सभा ने किया घाट का निरीक्षण
पूर्वांचल सांस्कृतिक सभा ने किया घाट का निरीक्षण

सहारनपुर जेएनएन। छठ पूजा की तैयारियों को लेकर पूर्वांचल सांस्कृतिक सभा ने बैठक की। पदाधिकारियों ने पूजा अर्चना के लिए घाट की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया और प्रशासन से सफाई व्यवस्था कराए जाने की मांग की।

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सोमवार को आइटीसी रोड स्थित एक पेट्रोल पंप पर पूर्वांचल सांस्कृतिक सभा के पदाधिकारियों ने छठ पूजा की तैयारियों को लेकर बैठक की। अध्यक्ष आरपी यादव ने छठ पूजा के लिए बड़ी मानकमऊ स्थित बड़ी नहर का पदाधिकारियों संग मौका मुआयना किया। घाट व नहर में फैली गंदगी को देख पूर्वाचल सभा में काफी रोष है, कहा कि एक तरफ सरकार स्वच्छता अभियान चला रही है और बड़ी नहर व घाट पर गंदगी है। उन्होंने प्रशासन को पत्र लिखकर सफाई कराए जाने की मांग की। बैठक में हरिशरण तिवारी ने सभी पूर्वांचल वासियों से छठ पूजा की सफलता के लिए एकजुट होने का आहवान करते हुए कार्य में सहयोग की अपील की। बैठक में राममूरत यादव, हरिशरण तिवारी, जयराम प्रजापति, अखिलेश यादव, राम अशीष यादव, राजा यादव, हरि लाल यादव, नरेंद्र यादव, केके पटेल, वीरेंद्र सिंह, राम स्वरुप प्रजापति आदि रहे।

सहारनपुर: पूर्वांचल कल्याण सभा के अध्यक्ष दानिश आजम ने बताया कि छठ पूजा की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। मुख्य आयोजन बड़ी नहर व पांवधोई घाट पर होगा। मुख्य आयोजन दो नंबर को सूर्यास्त के समय नदी में खड़े होकर सूर्य को अ‌र्ध्य देकर पूजा होगी और तीन नवंबर को सुबह सूर्योदय के समय भी सूर्यास्त वाली उपासना को दोहराया जाएगा। उसके बाद पूजन कर प्रसाद का वितरण किया जाता है।

वैसे तो छठ पूजा की शुरुआत 31 अक्टूबर को नहाय खाए के साथ होगी। इस दिन व्रती स्नान आदि कर नए वस्त्र धारण कर शाकाहारी भोजन लेंगे। व्रती के भोजन करने के पश्चात ही घर के बाकि सदस्य भोजन करेंगे। दूसरे दिन यानि एक नंवबर को खरना व्रत रखा जाएगा और इस दिन शाम को प्रसाद बनाया जाएगा, जिसमें ठेकुआ, दूध के साथ पकवान, चावल आदि बनाया जाएगा। साथ ही फल, सब्जियों से पूजा की जाएगी। इस दिन गुड़ की खीर भी बनाई जाती है। रात को प्रसाद से उपवास खोलने के बाद 36 घंटों का निर्जला व्रत आरंभ हो जाएगा जो तीन नंवबर को सुबह सूर्योदय के समय सूर्य की उपासना के बाद पूर्ण होगा। तत्पश्चात ही व्रती प्रसद ग्रहण करके कुछ खाए पिएंगे। संगठन के सभी साथी दानिश आजम के साथ तैयारियों में लगे हुए हैं। जिनमें इंद्रजीत गोस्वामी, अनिल पोददार, दशरथ गिरि, सागर, मुकेश, सोनू गिरि, कुलदीप, उमेश, प्रमोद आदि शामिल हैं।


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