भाड़े के शूटरों से तो नहीं कराई गई भाजपा नेता की हत्या
देवबंद के भाजपा नेता यशपाल चौधरी की हत्या की घटना को भाड़े के शूटरों से तो अंजाम नहीं दिलाया गया यह अपने आप में पुलिस के सामने बड़ा सवाल बना हुआ है।
सहारनपुर, जेएनएन। देवबंद के
भाजपा नेता यशपाल चौधरी की हत्या की घटना को भाड़े के शूटरों से तो अंजाम नहीं दिलाया गया, यह अपने आप में पुलिस के सामने बड़ा सवाल बना हुआ है। क्योंकि जिस प्रकार से बाइक सवार बदमाशों ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया, वह तो पेशेवर अपराधियों की ओर ही इशारा कर रहा है। हालांकि क्राइम ब्रांच और पुलिस की टीम अभी इस बाबत कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
मंगलवार को कोतवाली क्षेत्र के गांव मिरगपुर निवासी भाजपा नेता यशपाल सिंह चौधरी की हत्या में शामिल चार बाइक सवार बदमाशों ने जिस प्रकार से पूरे हत्याकांड को अंजाम दिया है वह किसी आम आदमी का काम नहीं लग रहा है। ज्यादातर इस तरह की वारदातों को पेशवर अपराधी ही अंजाम देते है। क्राइम सीन भी इसी और इशारा कर रहा है। बताते हैं कि भाजपा नेता जैसे ही अपने घर से देवबंद के लिए निकले थे तो उनकी पीछे से ही रेकी की जा रही थी। जैसे ही वह तल्हेड़ी खुर्द गांव के समीप पहुंचे तो पीछे से आए बदमाशों ने सबसे पहले उनकी पीठ पर गोली मारी और उसके बाद आगे आते ही ताबड़तोड़ गोलियों की बौछार करते हुए चार गोली सीधे सीने में उतार दी। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपित बदमाश काफी देर तक मौके पर ही जमा रहे। भाजपा नेता की मौत की पुष्टी होने के बाद आरोपित बदमाश बड़े आराम से निकल गए। वहीं, भाजपा नेता की हत्या का आरोप जिन लोगों पर लगाया जा रहा है। पुलिस ने उन्हें कुछ देर बाद ही उनके घर से ही हिरासत में ले लिया। अब सवाल यह है कि हत्याकांड को अंजाम देने के बाद क्या कोई भी आरोपित अपने घर बैठ सकता था? इससे भी यह साफ जाहिर हो रहा है कि भाजपा नेता की हत्या को पेशेवर अपराधियों के जरिये ही अंजाम दिलवाया गया होगा, लेकिन पुलिस की टीमें पूरे हत्याकांड को लेकर कई बिदुओं पर जांच कर रही है। पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए कुछ लोगों से पूछताछ के बाद ही मामले में अहम सुराग मिल सकते है। पुलिस के लिए हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कराना एक बड़ी चुनौती साबित होगी।
दशहरे की खुशी मातम में बदली
मंगलवार को भाजपा नेता दशहरे के पर्व अपने घर में पूजापाठ करने के बाद ही काम के लिए देवबंद निकले थे। परिजनों के मुताबिक उन्हें गांव बाबूपुर नगली स्थित एक सगाई समारोह में शामिल होने के बाद मेरठ स्थित एक शुगर मिल के जीएम से मुलाकात करनी थी। लेकिन जैसे ही उनके घर पर मौत की जानकारी पहुंची तो त्यौहार की खुशी एक दम से गम में बदल गई। पुत्र अमित सिंह व अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं, गांव में भी भाजपा नेता की मौत पर मातम पसरा हुआ है।
इन्होंने कहा..
भाजपा नेता यशपाल की हत्याकांड के राजफाश को लेकर पुलिस की टीमें लगी हुई है। हर एक बिदु पर जांच जारी है। जांच में जो तथ्य सामने आए है उसके आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी। पेशेवर अपराधियों की भी संलिप्ता की जांच कराई जाएगी। शुरूआती तौर में मामला रंजिश का ही नजर आ रहा है।
-दिनेश कुमार पी, एसएसपी सहारनपुर।