मानसून की बेरुखी से गर्मी का भीषण मार झेल रहे लोग
सहारनपुर जेएनएन। जिले में गर्मी की भीषण मार निरंतर जारी है। सुबह से निकलने वाली तेज धूप
सहारनपुर, जेएनएन। जिले में गर्मी की भीषण मार निरंतर जारी है। सुबह से निकलने वाली तेज धूप मुसीबत साबित हो रही है। बादलों की आवाजाही के बीच मानसून की बेरुखी के बीच लोग गर्मी का भीषण मार झेलने को मजबूर हैं।
दरअसल गर्मी का सितम पिछले करीब एक माह से निरंतर जारी है तथा दिनों दिन गर्मी के तेवर बेहद सख्त हो रहे हैं। गर्म हवाओं व तेज धूप शरीर को झुलसा रही है तथा लोग पसीने में पूरी तरह से भीगे नजर आ रहे हैं। खास बात यह है कि मौसम विभाग की मानसून को लेकर की जा रही तमाम भविष्यवाणियों में से अभी तक एक भी सच साबित नहीं हुई है और बारिश नहीं होने से लोग गर्मी के सितम से बेहाल होते जा रहे हैं। सोमवार को भी ऐसा ही हुआ। सुबह तेज धूप के साथ हुई, लेकिन बाद में पूरे दिन आसमान पर बादलों की आवाजाही रही। कई हार घने बादल छाने से उम्मीद बंधी की बारिश होगी लेकिन बादलों के छाने से गर्मी व घमस चरम पर पहुंच गई तथा लोग पसीने से सराबोर नजर आए। उधर, पारा भी उठता गिरता रहा है तथा अधिकतम के साथ न्यूनतम तापमान में भी खासी वृद्धि दर्ज की जा रही है। सोमवार को अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री तथा न्यूनतम 27.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम वेधशाला प्रभारी उमेश कुमार ने अगले 48 घंटों के दौरान कहीं कहीं हल्की बारिश का अनुमान जताया है।
स्कूल संचालकों ने सरकार को चेताया
जागरण संवाददाता, सहारनपुर :
उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त विद्यालय शिक्षक संघ से जुड़े निजी स्कूल संचालकों व शिक्षकों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
सोमवार को हकीकत नगर धरना स्थल पर एकत्र हुए स्कूल संचालकों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर धरना दिया उन्होंने जिला मुख्यालय के आसपास के बाजारों में भीख मांगी। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष डा. अशोक मलिक ने कहा कि पिछले 18 माह से निजी स्कूल बंद होने से संचालकों व उनके परिवार पर आर्थिक संकट गहरा रहा है। सरकार लगातार विभिन्न मदों में स्कूलों से टैक्स वसूल रही है। महिला विग की प्रदेश अध्यक्ष समरीन फात्मा व जिलाध्यक्ष केपी सिंह ने कहा कि सरकार न तो शिक्षकों को राहत पैकेज ही दे रही है और न ही प्राइवेट स्कूलों को जिनके द्वारा 25 प्रतिशत गरीब बच्चों को शिक्षा दी गई है, उसका भुगतान ही दे रही है। 2022 के चुनाव में भाजपा को सबक सिखाने का काम किया जायेगा। कटार सिंह गुज्जर, संजय शर्मा, हंस कुमार, दिनेश रूपडी, नकली राम उपाध्याय, मुकेश सहजवा, खदीजा बेगम, महताब अली, विक्रम सिंह आदि शिक्षक मौजूद रहे।