नर्सिग होम में मरीज की मौत, हंगामा
शास्त्री नगर स्थित नर्सिंग होम में मरीजों के साथ होने वाली अनहोनी कोई पहली बार नहीं हुई। यहां अक्सर इस तरह की घटनाओं को लेकर हंगामा व तोड़फोड़ जैसी घटनाएं होती रहती हैं। सोमवार को भी जब सादमा ने दम तोड़ा तो परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। भीड़ के बीच में घुसे दो युवक ऐसे थे जो परिजनों को समझाने की कोशिश कर रहे थे कि यदि पोस्टमार्टम करवाओगे तो हार्ट अटैक से मृत्यु होने पर कारण रिपोर्ट में नहीं आता है इसलिए मिट्टी खराब कराने से कोई फायदा नहीं है। कोई भी डाक्टर जानबूझ कर लापरवाही नहीं करता है। ---- इनका कहना है..
सहारनपुर: महानगर के सहगल नर्सिग होम में पथरी के ऑपरेशन के बाद महिला की मौत हो गई। परिजनों ने डाक्टर पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया। उन्होंने शव को अस्पताल गेट पर रख कर चीखना-चिल्लाना शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया।
थाना नकुड़ के गांव तीगरी निवासी याकूब की पत्नी सादमा (22) की पित्त की थैली में पथरी थी। याकूब ने बताया कि सोमवार सुबह वह पत्नी को लेकर शास्त्री नगर स्थित सहगल नर्सिंग होम पहुंचा, यहां डा. अंजू सहगल ने ऑपरेशन फीस के नाम पर 18 हजार रुपये जमा करवा लिए और साधना को ऑपरेशन थियेटर में ले गए। याकूब के अनुसार कुछ देर बाद ऑपरेशन समाप्त हो गया और उसे बताया कि ऑपरेशन सफल हुआ है। मगर एक घंटा बाद वह पत्नी को देखने अंदर गया तो वह मृत पड़ी थी। पूछने पर डा. अंजू ने बताया कि ऑपरेशन के कुछ देर बाद जब उसका बीपी चैक करने गई तो अचानक हार्ट अटैक आने से उसकी मृत्यु हो गई। यह सुनते ही परिजन बिलख पड़े। कुछ ही देर में सादमा के मायके पक्ष से शेखपुरा से भी ग्रामीण पहुंच गए। शव को अस्पताल गेट पर रख कर चिकित्सक पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। सदर बाजार पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। डाक्टर से बात की तो उसने हार्ट अटैक से मृत्यु होना बताया। इसी बीच शेखपुरा के प्रधान राव शाहिद भी पहुंच गए। चिकित्सक से पूछा तो उन्हें भी यही जवाब दिया गया। समाचार लिखे जाने तक चिकित्सक की तरफ से कुछ लोग याकूब पक्ष को समझाने की कोशिश में जुटे हुए थे। इस संबंध में डा. अंजू सहगल ने बताया कि हार्ट अटैक से सादमा की मृत्यु हुई है।
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चिकित्सक की तरफ से समझा रहे थे दो युवक
शास्त्री नगर स्थित नर्सिंग होम में मरीजों के साथ होने वाली अनहोनी कोई पहली बार नहीं हुई। यहां पूर्व में भी इस तरह की घटनाओं को लेकर हंगामा व तोड़फोड़ जैसी घटनाएं होती रहती हैं। सोमवार को भी जब सादमा ने दम तोड़ा तो परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। भीड़ के बीच में घुसे दो युवक ऐसे थे, जो परिजनों को समझाने की कोशिश कर रहे थे कि यदि पोस्टमार्टम करवाओगे तो हार्ट अटैक से मृत्यु होने पर कारण रिपोर्ट में नहीं आता है, इसलिए मिट्टी खराब कराने से कोई फायदा नहीं है। कोई भी डाक्टर जानबूझ कर लापरवाही नहीं करता है।
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इनका कहना है..
परिजनों की तरफ से अभी लिखित में तहरीर नहीं आई है। तहरीर दी तो पंचनामा भर कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया जाएगा।
पंकज पंत, प्रभारी निरीक्षक थाना सदर बाजार।