सड़क हादसों के बाद भी नहीं लग पाया ओवरलो¨डग पर अंकुश
जिले में ओवरलोड वाहनों से होने वाले हादसों का ग्राफ तेजी से बढ़ता जा रहा है।
सहारनपुर: जिले में ओवरलोड वाहनों से होने वाले हादसों का ग्राफ तेजी से बढ़ता जा रहा है। लोग असमय काल के गाल में समा रहे है। इसके बावजूद ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई करने से किनारा किए है, परिवहन विभाग भी ओवरलो¨डग पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहा है।
विगत 17 दिनों के भीतर हुई सड़क दुर्घटनाओं में 15 लोगों की जान गई तथा 28 के करीब घायल हुए। इनमें से अधिकांश हादसे ओवरलोड वाहनों व तेज रफ्तार के कारण हुए है। जिले के समस्त मार्गों पर ओवरलोड वाहनों की कतारें लगी दिन रात देखी जा सकती है। परिवहन विभाग पिछले करीब एक पखवाड़े के दौरान 85 से अधिक ओवरलोड वाहन सीज तथा लाखों का जुर्माना वसूल अपनी पीठ जरुर थपथपाने में लगा है, लेकिन वास्तविकता यह है कि प्रतिदिन ओवरलो¨डग इससे दस गुना वाहनों में हो रही है तथा परिवहन विभाग अंकुश लगाने में सफल नहीं हो पा रहा है। यातायात पुलिस तो इन वाहनों से मात्र वसूली तक सीमित है तथा आज दिन तक एक पर भी कार्रवाई नहीं की गई है। छह टायरा ट्रक से लेकर 18 टायरा ट्रकों में बेहिसाब ओवरलो¨डग की जा रही है। इसके बावजूद कार्रवाई नहीं किया जाना ट्रैफिक पुलिस व परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान है। एनजीटी के प्रतिबंध हटने से बढ़ी समस्या
एनजीटी द्वारा जब से खनन से प्रतिबंध हटाया गया है तब से सड़कों पर ओवरलोड वाहनों की बाढ़ आ गई है। पूर्व में हजारों की तादाद में खड़े हो गए दस टायरा से लेकर 18 टायरा ट्रक सड़कों पर उतर चुके है जिससे यातायात की समस्या भी विकराल रुप धारण कर चुकी है। खनिज भरे इन ट्रकों से सड़क दुर्घटनाओं में भारी इजाफा हुआ है। घंटाघर के निकट स्थित ढमोला नदी पुल से एक मकान पर तथा छुटमलपुर में सड़क किनारे खड़ी कार पर खनिज भरे ओवरलोड वाहन पलटने से बड़ा हादसा टला था। इनका कहना है..
ओवरलो¨डग के विरुद्ध लगातार अभियान चलाया जा रहा है। संसाधन व स्टाफ कमी के चलते कुछ दिक्कतें आ रही है। ओवरलो¨डग पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
- एलके मिश्र, संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन सहारनपुर। ओवरलोड वाहनों के विरुद्ध समय-समय पर कार्रवाई की जाती रही है। लगभग बीस वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। ओवरलो¨डग रोकने को शीघ्र ही अभियान चलाया जाएगा।
- विनीत भटनागर, एसपी यातायात, सहारनपुर।