प्रवासी कामगारों के आने की खबर से खलबली, लोगों ने जताया विरोध
महाराष्ट्र से उत्तराखंड के लिए चले 25 प्रवासी कामगारों के रोडवेज बस से आने की सूचना से खलबली मच गई। दर्जनों लोगों ने रोडवेज डिपो पहुंचकर एआरएम से इसका विरोध जताया। बाद में फतेहपुर पुलिस ने सभी कामगारों को उत्तराखंड की सीमा पर भिजवा दिया।
सहारनपुर, जेएनएन। महाराष्ट्र से उत्तराखंड के लिए चले 25 प्रवासी कामगारों के रोडवेज बस से आने की सूचना से खलबली मच गई। दर्जनों लोगों ने रोडवेज डिपो पहुंचकर एआरएम से इसका विरोध जताया। बाद में फतेहपुर पुलिस ने सभी कामगारों को उत्तराखंड की सीमा पर भिजवा दिया।
शनिवार को महाराष्ट्र से आए उत्तराखंड के 25 कामगार रोडवेज बस से कस्बे में पहुंच गए। उन्हें देहरादून जाना था, लेकिन जिस बस में वह सवार हुए वह छुटमलपुर तक के लिए ही थी। इन प्रवासी कामगारों को यहां से देहरादून के लिए दूसरी बस में बैठना था। वह करीब दो घंटे तक कस्बे में रहे और उन्होंने बाजार में खरीदारी भी की। जैसे ही कस्बे के लोगों को इसकी जानकारी हुई मो दर्जनों लोग रोडवेज डिपो पहुंचे। उन्होंने एआरएम से मुलाकात कर महाराष्ट्र से आए उत्तराखंड के प्रवासी मजदूरों को कस्बे में उतारने पर नाराजगी जताई। व्यापारी नेता विकास गुप्ता का कहना था कि कोरोना का सबसे ज्यादा प्रकोप महाराष्ट्र में ही है। फिर भी स्थानीय डिपो में लापरवाही बरती जा रही है। डिपो गेट पर न थर्मल स्क्रीनिग हो रही है ओर न ही सैनिटाइजर की व्यवस्था है। एआरएम प्रेमसिंह ने बताया कि जिस बस में यह सवार होकर आए वह बस छुटमलपुर तक के लिए ही थी। प्रवासी कामगारों ने अपने गंतव्य जाने के बजाए कस्बे में ठहरकर गलती की। डिपो में कोरोना वायरस को लेकर सावधानी बरती जा रही है। एसओ फतेहपुर ने सभी प्रवासी कामगारों को उत्तराखंड की सीमा तक भिजवा दिया। एआरएम प्रेम सिंह ने बताया कि विरोध जताने वालों में मंगेराम शर्मा, राजन, राजीव शर्मा, प्रमोद भारद्वाज, सोनू सोनी, अशोक गुप्ता आदि शामिल थे।