सहकारी समिति पर किसानों का हंगामा
यूरिया की किल्लत झेल रहे किसानों ने मंगलवार को उस समय हंगामा खड़ा कर दिया जब सहकारी समिति में पहुंचे खाद से लदे एक ट्रक से एक ही किसान की ट्राली भर दी। किसानों का आरोप है कि वे जब समिति पर पहुंचते हैं तब तक समिति कर्मचारी अपने अपने लोगों को यूरिया उठवा देते हैं। बाकी के किसान हर रोज अपने घर वापस लौट जाते हैं।
सहारनपुर, जेएनएन। यूरिया की किल्लत झेल रहे किसानों ने मंगलवार को उस समय हंगामा खड़ा कर दिया जब सहकारी समिति में पहुंचे खाद से लदे एक ट्रक से एक ही किसान की ट्राली भर दी। किसानों का आरोप है कि वे जब समिति पर पहुंचते हैं तब तक समिति कर्मचारी अपने अपने लोगों को यूरिया उठवा देते हैं। बाकी के किसान हर रोज अपने घर वापस लौट जाते हैं। किसानों ने डीएम को फोन पर शिकायत की तो उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए सभी किसानों को खाद दिलाने की व्यवस्था बनाने को मौके पर भेजा है। एमडी वीरेंद्र सिंह का कहना है कि यूरिया ब्लैक करने का आरोप मिथ्या है। सभी किसानों को दो दो कट्टा यूरिया दिया जा रहा है। फिर भी आरोप की जांच कराई जायेगी। हंगामा करने वालों में मोहन सिंह, रामकुमार, अमरदीप सहित काफी किसान मौजूद रहे ।
हरियाणा से खाद लाने को मजबूर हो रहे किसान
संवाद सूत्र, चिलकाना: यूरिया खाद की भारी किल्लत के चलते किसान हरियाणा से खाद लाने को मजबूर हो रहे है। मंगलवार को क्षेत्र की केवल एक ही सहकारी समिति पटनी पर खाद आया। इस कारण अधिकतर किसान मायूस होकर लौटे। पिछले 15 दिनों से किसानों को यूरिया खाद की किल्लत का सामना करना पड़ा है पिछले सप्ताह क्षेत्र की सभी 6 सहकारी समितियो पर एक एक ट्रक यूरिया खाद आया था, जिससे अनेक किसानों को खाद नहीं मिल सका। इससे परेशान किसान पहले ही हरियाणा के यमुनानगर से खाद लाने को मजबूर थे। ऊपर से इस सप्ताह 6 समितियों में से केवल पटनी सहकारी समिति पर ही तीन सौ कट्टे यूरिया खाद आया। इस कारण केवल 150 किसानों को ही दो कट्टे के हिसाब से खाद मिल सका, जिससे कई किसानों को इस बार भी मायूस होकर लौटना पड़ा। इससे किसानों की परेशानी और बढ़ गई है।