जाम के झाम में उलझ कर रह गया महानगर
सहारनपुर: ट्रैफिक व सिविल पुलिस की उगाही की नीतियों तथा मुख्य मार्गो पर भारी अतिक्रमण व
सहारनपुर: ट्रैफिक व सिविल पुलिस की उगाही की नीतियों तथा मुख्य मार्गो पर भारी अतिक्रमण व अवैध कब्जों के कारण सहारनपुर में जाम की समस्या दिनों दिन विकराल रूप धारण करती जा रही है। कोई भी मार्ग ऐसा नहीं है जहां सोमवार को जाम नहीं लगा हो तथा पूरा महानगर जाम के झाम उलझकर रह गया।
सहारनपुर के 20 से अधिक प्रमुख चौराहे है जिनमें सात देहरादून अंबाला मार्ग स्थित है। इसके अलावा प्रमुख बाजारों व अन्य स्थानों पर दर्जनों की संख्या में चौराहे है जिन पर जाम की समस्या से जूझना लोगों की नियति बनती जा रही है। स्थिति यह है कि शहर का दिल कहे जाने वाले घंटाघर पर तो आज तक ट्रैफिक नियंत्रण तक की समुचित व्यवस्था नहीं हो पाई है जिसके कारण हर समय जाम लगा रहता है। यह स्थिति तब है जबकि घंटाघर के चारों ओर 100 मीटर के दायरे में किसी प्रकार का वाहन पार्क करना अथवा सवारियां उतारना बैठाना के अलावा किसी भी प्रकार का अतिक्रमण व सड़क पर दुकान फड़ी लगाना वर्षो से प्रतिबंधित है। इसके बावजूद सबसे अधिक वाहन पार्क व अतिक्रमण अवैध कब्जे यहीं पाए जाते है। यहीं बाकि चौराहों के हालात भी जुदा नहीं है। जिसके कारण लोग जाम में फंस कर रह जाते है। इन मार्गो पर पूरा दिन लगा रहा जाम
सोमवार को वैसे तो प्रत्येक मार्ग पर जाम लगा रहा लेकिन कोर्ट रोड, दीवानी तिराहे, कचहरी पुल, सदर बाजार रोड, जिला अस्पताल पुल, घंटाघर, अंबाला रोड, श्रीराम चौक, कुतुबशेर, देहरादून चौक, शहीद गंज, सहित अनेक चौराहों पर लोग घंटों जाम में फंसे रहे। पीआरडी की जवानों के बूते से बाहर
सहारनपुर में ट्रैफिक व्यवस्था का जिम्मा अब यातायात पुलिस के साथ पीआरडी जवानों को सौंपा गया है। ट्रैफिक पुलिसकर्मी किनारे बैठे रहते है तथा पीआरडी जवान यातायात नियंत्रण लगे रहते है। चौराहों पर जिस प्रकार यातायात नियंत्रण किया जा रहा है उससे अक्सर ट्रैफिक फंस जाता है जोकि घंटों बाद भी नहीं खुलता। भारी वाहनों के शहर के मध्य से होकर निकलने से समस्या अधिक गंभीर होती जा रही है। इनका कहना है..
सहारनपुर की सड़कों पर ट्रैफिक का भारी दबाव है, जिसके कारण नियंत्रण में कुछ दिक्कतें आती रही है। चौराहों व मुख्य मार्गों पर जाम न लगे इसकी कार्ययोजना बनाई गई है।
-विनीत भटनागर, एसपी ट्रैफिक सहारनपुर।