भागवत कथा सुनने से होता है रोगों व पापों का निवारण : लाला शास्त्री
देवबंद में सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठन दिशा के तत्वावधान में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में कथा व्यास लाला शास्त्री महाराज ने कहा कि भागवत कथा सुनने से सभी रोगों और पापों का निवारण होता है।
जेएनएन, सहारनपुर। देवबंद में सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठन दिशा के तत्वावधान में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में कथा व्यास लाला शास्त्री महाराज ने कहा कि भागवत कथा सुनने से सभी रोगों और पापों का निवारण होता है।
शिक्षक नगर की धर्मशाला में आयोजित कथा में शनिवार को दूसरे दिन महाराज ने श्रद्धालुओं को श्रीमद् भागवत कथा सुनने से मिलने वाले फल और इस कथा की शुरूआत कैसे हुई इसके बारे में विस्तार से समझाया। बताया कि जिस प्रकार पत्थर एक बार हथोड़ा मारने से नहीं टूटता बल्कि बार बार प्रहार करने से टूटता है। उसी प्रकार एक बार की बजाय बार-बार भागवत सुनने से भक्त का भगवान से मिलन हो जाता है। कहा कि मनुष्य को सभी तीर्थों की परिक्रमा का फल मिलने के साथ ही मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसलिए हमें भागवत कथा को सुनकर उसे अपने जीवन में अपनाना चाहिए। कथा के यजमान सूर्य प्रताप एडवोकेट रहे। इस मौके पर राजेंद्र शर्मा, बिजेंद्र गुप्ता, ललिता प्रजापति, सुनीता, सविता गुप्ता, शुभलेश शर्मा, मुनेश त्यागी, मंजू पंवार, रचना, रेखा, राजरानी, सविता, ममता, सोनिया, नीरज सैनी, पीयूष व ओम सैनी आदि मौजूद रहे। मेला भगवती अंतिम चरण की और : भीड़ अभी भी जारी
गंगोह नगर में आयोजित भगवती मेला अब अपने अंतिम चरण की और बढ़ गया है। मेले में बढ़ रही भीड़ के कारण मनचले व जेबकतरे सक्रिय हैं।
नगर के बाइपास मार्ग पर लगा भगवती मेला अब अपने अंतिम चरण की और जा रहा है। मेले में लगे मनोरंजन के साधनों का बच्चे पूरा आनन्द उठा रहे हें। कोरोना के कारण सूचना प्रसारण मंत्रालय द्वारा इस बार कोई कार्यक्रम मेले में नहीं दिया गया है। सांग का आयोजन भी इस बार न होना ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को अखरा। राम बाग परिसर में पर्दे पर रामायण दिखाई जा रही है जिसे देखने श्रद्धालु जमा हो रहे हैं। मेले में कई दिन से बढ़ रही भीड़ अब भी बरकरार है। भीड़ का फायदा मनचले व जेबकतरे उठाने में लगे हैं। अब तक मेला देखने गए कई लोगों की जेब काट ली गई। शुक्रवार की रात मेले में दोपहिया वाहनों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया। पुलिस ने मेले के प्रवेश मार्गो पर अवरोध खड़े कर दिए थे। इस कारण मेले में बाइकों का न तो जमावड़ा लगा और नही बिना मकसद बाइक दौड़ाने वालों को प्रवेश मिल सका। इस कारण शुक्रवार की रात मेले में हर तरह से शांति रही।