निजीकरण के विरोध में जेई संगठन ने धरना दिया
सहारनपुर : पावर कारपोरेशन के निजीकरण के विरोध में विद्युत विभाग के जेई संगठन ने घंट
सहारनपुर : पावर कारपोरेशन के निजीकरण के विरोध में विद्युत विभाग के जेई संगठन ने घंटाघर बिजली कार्यालय में धरना दिया। जेई संगठन के पदाधिकारियों को कहना था कि बिजली के निजीकरण का निर्णय सही नहीं है। जेई संगठन इस निर्णय के खिलाफ आंदोलन शुरु करेगा।
सोमवार को धरना प्रदर्शन के दौरान जेई संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि मेरठ, लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी और मुरादाबाद जनपदों की बिजली व्यवस्था निजी हाथों में देने का निर्णय सरकार का गलत निर्णय है। सरकार ने लोगों को सस्ती और सुगम बिजली देने के लिए 1958 में निजी हाथों से लेकर बिजली का सरकारी करण किया था। अब यदि दोबारा इसका निजीकरण होता है तो आम जनता को महंगी बिजली खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। यह प्रदेश की जनता का दुर्भाग्य है कि लोगों द्वारा ही चुनी हुई सरकार पूंजीपतियों के हाथों में गलत तथ्यों के आधार पर बिजली व्यवस्था सौंप रही है। जेई संगठन इसके विरोध में आंदोलन शुरु करेगा। यह निर्णय वापस नहीं लिया गया तो जेई संगठन के सभी सदस्य 27 मार्च को सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। सभा की अध्यक्षता केके शर्मा, संचालन आरए कुशवाहा ने किया। मुख्य रुप से संदीप कुमार, भरत वर्मा, सतेन्द्र कुमार, अजय यादव, अरुण कुमार, जवाहर ¨सह, मूलचंद शर्मा, अनिल अरोड़ा, सुशील गर्ग, अनिल कुमार वर्मा, वीके शर्मा, रवीन्द्र गुप्ता आदि ने सभा को संबोधित किया तथा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन प्रेषित किया।