देवबंद में CAA के खिलाफ जमीयत का धरना, बड़ी संख्या में महिलाएं भी हुईं शामिल Saharanpur News
सीएए संभावित एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन की कड़ी में रविवार को भी देवबंद के ईदगाह मैदान में धरना प्रदर्शन आयोजित हुआ।
सहारनपुर, जेएनएन। सीएए, संभावित एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन की कड़ी में रविवार को भी देवबंद के ईदगाह मैदान में धरना प्रदर्शन आयोजित हुआ। इस बार के धरना प्रदर्शन की खास बात यह रही कि इसमें बड़ी संख्या में पहुंचे पुरुषों के साथ महिलाएं भी शामिल रहीं।
तख्तियां लेकर ईदगाह मैदान पहुंचीं
महिलाएं सरकार विरोधी नारेबाजी के बीच हाथ में तिरंगे और सीएए विरोधी नारे लिखी तख्तियां लेकर ईदगाह मैदान पहुंचीं। धरने को जमीयत पदाधिकारियों के अलावा जामिया मिल्लिया और जेएनयू के कई स्टूडेंट भी सम्बोधित करेंगे। साथ ही प्रमुख आलिम ए दीन क़ारी अफ्फान भी खिताब करेंगे। सुरक्षा के लिहाज से धरनास्थल के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रहा।
पहले भी हुआ है प्रदर्शन
देवबंद में सीएए के विरोध में इसके पहले भी धरने प्रदर्शन किए गए हैं। दिसंबर माह में जमीयत उलेमा ए हिंद (महमूद मदनी गुट) द्वारा धरने का आयोजन किया गया था। धरने को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने कहा था कि यह कोई धरना प्रदर्शन नहीं है, बल्कि यहां काले कानून के विरोध में 313 लोग गिरफ्तारी देंगे।
जमीयत को यह मंजूर
उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कहते हैं कि कुचल देंगे, याद रखें आपकी गोलियां कम पड़ जाएगी लेकिन हमारे सीने कम नही पड़ेंगे। सीएए के खिलाफ ये लड़ाई एक दिन में पूरी नही होगी, इसके लिए हमें लंबी लड़ाई लड़नी होगी, सरकार किसी एक क़ौम को निशाना बनाये ये जमीयत को मंजूर नहीं होगा।
सरकार विरोधी नारेबाजी की थी
धरने के दौरान ईदगाह मैदान सरकार विरोधी नारों से गूंजता रहा था। उन्होंने कहा था कि एनआरसी को लेकर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री मंत्री के बयानों में विरोधाभास है। दोनों ही एनआरसी को लेकर अपना सही रुख स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं। यह गिरफ्तारी का प्रोग्राम केवल देवबंद में ही नहीं है, बल्कि अलग-अलग शहरों में जमीयत के लोग इस काले कानून के खिलाफ गिरफ्तारियां देंगे।