आखिर किस काबिलियत के दम पर ढोए जा रहे हैं थानेदार
जिले के 21 थानों में थानेदारी कर रहे थानेदारों में इक्का-दुक्का को छोड़ ज्यादातर जुगाड़ के दम पर थानाध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा किए हुए हैं। कोई अपने ही महकमे में पहुंच रखता है तो कोई सियासी रसूखदारों का खास।
सहारनपुर, जेएनएन। जिले के 21 थानों में थानेदारी कर रहे थानेदारों में इक्का-दुक्का को छोड़ ज्यादातर जुगाड़ के दम पर थानाध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा किए हुए हैं। कोई अपने ही महकमे में पहुंच रखता है, तो कोई सियासी रसूखदारों का खास। अब अचानक जिले में अपराध की बाढ़ आ गई है। नानौता में पूजा-पाठ कराने वाले पुजारी के पिता की नृशंस हत्या कर शव को जलाने जैसी घटना में अब तक पुलिस सिर्फ खोखले दावे कर रही है और अब रामपुर मनिहारान में महिला के शव को बोरी में फेंके जाने की घटना ने व्यवस्था को झकझोर कर रख दिया है।
पुलिस विभाग के लिए सहारनपुर हमेशा से मुफीद रहा है। यहां पर पोस्टिग के लिए पुलिसकर्मी अपना पूरा जोर लगाते आए हैं, क्योंकि यहां अन्य जिलों की अपेक्षा अपराध कम है। बड़ी-बड़ी घटनाओं पर यहां की जनता कभी भी आंदोलित नहीं होती है। अब धीरे-धीरे जिले का मिजाज बदलता जा रहा है लेकिन अफसर बदलते मिजाज को जानबूझ कर समझना नहीं चाह रहे हैं। थानों पर पोस्टिग के लिए न जाने किस चश्मे से इंस्पेक्टर-दारोगा की योग्यता को देख रहे हैं, वह समझ से परे है। अपराध मुक्त कहे जाने वाले थाना मिर्जापुर में जब दो अपराधी पुलिस अभिरक्षा से फरार हुए तो थानेदार से सवाल-जवाब के बजाए उसे थाना नानौता की कमान सौंप दी गई, जहां जाते ही राम कुमार की हत्या के बाद शव को दिन-दहाड़े फूंक दिया गया। 10 दिन गुजर गए लेकिन पुलिस खाली हाथ है। इस घटना के पटाक्षेप में पुलिस लगी ही थी कि अब रामपुर मनिहारान में महिला का शव बोरी में मिल गया। रामपुर मनिहारान में पूर्व थानाध्यक्ष के कार्यकाल में हुई दो बच्चों की हत्या भी लंबित है। थाना सदर बाजार, देवबंद, सरसावा, बेहट सहित अन्य थानों में भी चोरी जैसे मामूली अपराध की कई घटनाएं लंबित है, जिसमें पुलिस सिर्फ वक्त काट रही है। अब तो शहर में यह चर्चा भी होने लगी है कि आखिर मौजूदा थानेदारों को किस योग्यता पर ढोया जा रहा है।
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इनका कहना है..
आपराधिक घटनाओं का राजफाश के लिए लगातार पुलिस टीम काम रही है। फरार अफजाल हो या फिर हत्याओं की घटनाएं, इनसे संबंधित हर इनपुट पर टीम काम कर रही है, जल्द ही राजफाश कर दिया जाएगा और जो भी अपराध रोकने में असफल होगा, उस पर समय-समय पर कार्रवाई होती रहती है।
अशोक मीणा, एसपी देहात।
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मनोज