इल्म को हासिल कर दूसरों तक पहुंचाएं : मौलाना सुफियान
देवबंद (सहारनपुर) : दारुल उलूम वक्फ के मोहतमिम मौलाना सुफियान कासमी ने कहा कि तलबा को चाहि
देवबंद (सहारनपुर) : दारुल उलूम वक्फ के मोहतमिम मौलाना सुफियान कासमी ने कहा कि तलबा को चाहिए कि हासिल किए जाने वाले इल्म पर अमल करें और इस इल्म को दूसरों तक पहुंचाएं। तलबा को अपनी इस जिम्मेदारी का निर्वाह इमानदारी के साथ करना चाहिए।
जामिया इमाम मोहम्मद अनवर शाह के छात्रों की अंजुमन कवाकिब अनवर के वार्षिक कार्यक्रम एवं भाषण प्रतियोगिता के दौरान खिताब करते हुए मौलाना सुफियान ने कहा कि तलबा को अरबी भाषा पर विशेष ध्यान देना चाहिए। साथ ही भाषण में भी दक्षता हासिल करनी चाहिए। प्रसिद्ध अरबी विद्वान मौलाना नदीमुल वाजदी ने कहा कि इस्लाम में तकरीर करने की बड़ी अहमियत है। पैगंबर-ए-इस्लाम से लेकर आज तक तकरीर के जरिये दीन के प्रचार का काम लिया जा रहा है। दारुल उलूम के पूर्व शेखुल कुर्रा कारी अबुल हसन आजमी ने कहा कि छात्रों को खासतौर पर अरबी भाषा में महारत हासिल करनी चाहिए। ताकि वे अरबी मुल्कों में जाकर भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा सकें। जामिया के मोहतमिम मौलाना अहमद खिजर शाह मसूदी ने कहा कि भाषणबाजी ही एक ऐसा माध्यम है जिसके जरिये हम अपनी बात दूसरों तक पहुंचा सकते है। कार्यक्रम में तलबा ने अरबी समेत ¨हदी, उर्दू व अंग्रेजी में शानदार भाषणबाजी की। मेधावी छात्रों को मदरसों की ओर से इनाम स्वरूप नकद धनराशि और पुस्तकें भेंट की गई। अध्यक्षता मौलाना अहमद खिजर मसूदी व संचालन मौलाना उबैद अनवर शाह ने किया। मौलाना सगीर अहमद, मौलाना निसार खालिद, मौलाना शीश, मौलाना अबू तलहा आजमी, मुफ्ती नवेद, कारी बिलाल, मुफ्ती उस्मान, ताज उस्मानी, मौलाना खालिद गुल मौजूद रहे।