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यूपी में जहरीली शराब पीने से 37 लोगों की मौत, दस से ज्यादा की हालत गंभीर

सहारनपुर में जहरीली शराब का कहर बरपा। यहां पर अवैध शराब के सेवन से 27 लोगों ने दम तोड़ दिया है, जबकि दस से अधिक हालत गंभीर है। इनका मेरठ के साथ सहारनपुर में इलाज चल रहा है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Fri, 08 Feb 2019 10:34 AM (IST)Updated: Fri, 08 Feb 2019 10:32 PM (IST)
यूपी में जहरीली शराब पीने से 37 लोगों की मौत, दस से ज्यादा की हालत गंभीर
यूपी में जहरीली शराब पीने से 37 लोगों की मौत, दस से ज्यादा की हालत गंभीर

सहारनपुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में अवैध शराब का धंधा बेहद खतरनाक होता जा रहा है। गांवों में धधक रहीं शराब की भट्टियां काफी जानलेवा हो गई हैं। प्रदेश के कुशीनगर में जहरीली के सेवन से दस लोगों की मौत के बाद सहारनपुर में जहरीली शराब का कहर बरपा। यहां पर अवैध शराब के सेवन से 27 लोगों ने दम तोड़ दिया है, जबकि दस से अधिक हालत गंभीर है। इनका मेरठ के साथ सहारनपुर में इलाज चल रहा है। 

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सहारनपुर के चार थाना क्षेत्र के विभिन्न गांव में गुरुवार रात लोगों ने अवैध शराब का सेवन किया, जो उनके लिए जानलेवा साबित हुई है। यहां के नागल के गांव सलेमपुर में आठ, उमाही में नौ, गागलहेड़ी के गांव शरबतपुर में तीन, गागलहेड़ी के गांव मालीपुर में तथा देवबन्द के दंकोपुर गांव में दो-दो व्यक्ति ने दम तोड़ दिया है। अब भी दस लोगों की हालत बेहद गंभीर बनी है। जिला प्रशासन का पूरा अमला मौके पर पहुंचा हुआ है। सुबह सबसे पहले  नागत थानांतर्गत गांव उमाही में जहरीली शराब पीने से पांच लोगों की मौत की पुष्टि हुई। यहां के नौ लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।

उमाही में कंवरपाल (32) पुत्र बलवंत, अरविंद (30) पुत्र मांगेराम, इमरान(48)पुत्र गफ्फार तथा पिंटू(33) बल्लूराम व राजू 42 की जहरीली शराब से मौत हुई है। गागलहेड़ी के गांव शरबतपुर में भी जहरीली शराब पीने से राजबीर 36, महिपाल 50 तथा धूम सिंह उर्फ छंगा 50 ने दम तोड़ दिया। इसके अलावा गागलहेड़ी के गांव माली में दो तथा देवबंद के गांव डकों वाली में एक व्यक्ति की मौत हो गई। 

यहां के जिला अस्पताल में बबलू, राजकुमार, सोनी , रिजवान , तनवीर , जलसिंह , सुरेंद्र , तेजपाल  व हरिचंद का उपचार जारी है। गागलहेड़ी में राजबीर पुत्र कंटू 38 वर्ष, महिपाल पुत्र कलीराम 45 वर्ष, धूम सिंह पुत्र अचबल 65 वर्ष निवासी शरबतपुर की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई। यहां पर कुछ अन्य गांवों में मौतों के साथ ही जिले में अब तक मरने वालों की संख्या 27 हो गई है। कई लोगों का विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है। मृतकों के परिजनों में कोहराम मचा है।  

अभी तक पुलिस व आबकारी विभाग के अधिकारी यह स्पष्ट नहीं कर सके हैं कि यह जहरीली शराब आखिर आई कहां से और किससे खरीदी गई। हालांकि उत्तराखंड के बॉडर से भी शराब आने की बात सामने आ रही है लेकिन अभी अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रही है। आइजी शरद सचान, जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय, एसएसपी दिनेश कुमार पी, सहित आबकारी विभाग के टीम गांवों में जाकर जांच पड़ताल करने का दावा कर रही है।

मृतकों में लगभग सभी मजदूरी करने वाले हैं। एसएसपी का कहना है कि मृतकों का पोस्टमार्टम कराने की तैयारी चल रही है। जहरीली शराब से मृतक संख्या लागातार बढती देख प्रशासन ने गांव दर गांव धार्मिक स्थलों से एलान कराना शुरू किया है कि लोग शराब न पियें। वर्ष 2009 में जहरीली शराब पीने से देवबंद क्षेत्र में 30 लोगों की मौत हो गई थी। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया संज्ञान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहारनपुर व कुशीनगर में अवैध शराब से लोगों की मौत की घटना का संज्ञान लिया। उन्होंने सहारनपुर के साथ कुशीनगर के जिलाधिकारी को को प्रभावित व्यक्तियों की समुचित चिकित्सा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने इन घटनाओं में मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपया तथा अस्पतालों में उपचार करा रहे प्रभावितों को 50-50 हजार रुपया की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।

इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव आबकारी को इन दोनों जनपद में जिला आबकारी अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई का निर्देश दिया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसके साथ पुलिस महानिदेशक को सहारनपुर तथा कुशीनगर के पुलिस अधिकारियों को दायित्व निर्धारित करने के लिए कहा है। इसके साथ उन्होंने आबकारी और पुलिस विभाग को अवैध शराब से जुड़े लोगों के खिलाफ 15 दिन में संयुक्त अभियान चलाने का भी निर्देश दिया है।

पुलिस ने रुकवा दी अन्येष्टि

मायाहेडी गांव में जहरीली शराब से मरे व्यक्ति का बिना पोस्टमार्टम अंतिम संस्कार कर रहे लोगों को पुलिस ने रोका। चिता से शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।इस घटना की जानकारी होने पर पुलिस अफसर तो गांव में पहुंच गए, मगर आबकारी विभाग का एक कर्मचारी भी मौके पर नहीं आया है।

आईजी सहारनपुर और गोरखपुर को सौंपी जांच

डीजीपी ओपी सिंह ने सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सहारनपुर और कुशीनगर में जहरीली शराब के सेवन से लोगों की मौत के मामले में जांच आईजी साहनपुर और गोरखपुर को सौंपी है। इनको एक हफ्ते में जांच पूरी कर अपनी रिपोर्ट डीजीपी ऑफिस को सौंपनी होगी। बताया जा रहा है कि सहारनपुर में जहरीली शराब रुड़की से आई थी।

गौरतलब है कि कुशीनगर के तरयासुजान थाना क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से दस लोगों की मौत हो गई है। कल पांच और लोगों की मौत हो गई, इससे पहले बुधवार को भी पांच लोगों ने दम तोड़ा था। शासन ने इस मामले में थानेदार और आबकारी निरीक्षक समेत नौ लोगों को सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ कच्ची शराब बेचने वालों पर मुकदमा दर्ज कर एक कारोबारी को गिरफ्तार किया है। मौनी अमावस्या के मौके पर लगे मेले में ग्रामीणों ने स्प्रिट से बनी कच्ची शराब पी थी, जिसके बाद उनकी तबियत बिगड़ गई थी। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि बर्थडे पार्टी में जहरीली शराब परोसी गई थी। रामनाथ के घर बर्थडे पार्टी में शराब पीने से 6 लोगों की मौत हुई थी।


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