भाकियू ने गन्ना मिलों पर लगाया किसान उत्पीड़न का आरोप
भाकियू ने गन्ना मिलों पर किसानों के उत्पीडऩ का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी है कि यदि किसानों का उत्पीडऩ बंद नही किया गया तो आंदोलन किया जाएगा। किसानों ने कोतवाली प्रभारी को पांच सूत्रीय ज्ञापन सौंप कर अविलम्ब निराकरण कराने की मांग की है। लोक निर्माण विभाग के अतिथि गृह में बुधवार को आयोजित मासिक पं
गंगोह (सहारनपुर) : भाकियू ने गन्ना मिलों पर आरोप लगाते हुए चेतावनी दी है कि यदि किसानों का उत्पीड़न बंद नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा। किसानों ने कोतवाली प्रभारी को पांच सूत्रीय ज्ञापन सौंप कर अविलंब निराकरण कराने की मांग की है।
लोक निर्माण विभाग के अतिथि गृह में बुधवार को आयोजित मासिक पंचायत में भाकियू के पूर्व मंडल महामंत्री चौधरी देशराज सिंह ने कहा कि गन्ना मिलों को चलते हुए पांच माह हो चुके हैं लेकिन मिलों के द्वारा अभी तक नाममात्र का ही भुगतान किया गया है। उन्होंने प्रदेश सरकार और मिलों पर किसानों के उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि यदि शीघ्र गन्ना भुगतान नहीं किया गया तो भाकियू आंदोलन के लिए मजबूर होगी। ब्लाक अध्यक्ष बृजपाल सैनी ने कहा कि यूपी-हरियाणा सीमा पर स्थित दौलतपुर घाट पर पुल निर्माण को लेकर पिछले दस सालों से कार्य चल रहा है लेकिन पुल अभी तक पूरा नहीं हो सका है। पंचायत में प्रशासन द्वारा भाकियू कार्यकर्ताओं पर की गई 107-16 की कार्रवाई पर भी असंतोष जताया गया। चेतावनी दी गई कि यदि यह कार्रवाई वापस नही ली गई तो वह जमानत नहीं कराएंगे।
नगर अध्यक्ष मेहरबान कुरेशी ने कहा कि नगर में अतिक्रमण की समस्या लगातार बढ़ रही है लेकिन प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। जिलाधिकारी को संबोधित पांच सूत्रीय ज्ञापन कोतवाली प्रभारी को सौंपा। जिसमें पांच माह का भुगतान शीघ्र किए जाने, नगर में फैले अतिक्रमण को तुरंत हटवाए जाने आदि की मांग की गई है। अध्यक्षता ध्यान सिंह व संचालन अरविद चौधरी ने किया। जितेंद, पप्पू, शिव चरण, सतपाल, नसीम आदि मौजूद रहे।