प्रशासन ने आधी रात में अनशन से उठाए दो किसान
साढ़ौली कदीम (सहारनपुर) : टोडरपुर चीनी मिल चलाने की मांग को लेकर पिछले एक सप्ताह से मिल
साढ़ौली कदीम (सहारनपुर) : टोडरपुर चीनी मिल चलाने की मांग को लेकर पिछले एक सप्ताह से मिल गेट पर चल रहे आंदोलन में प्रशासन व आंदोलनकारी रात दिन कशमकश में हैं। दो अनशनकारियों की तबीयत खराब होने की रिपोर्ट पर प्रशासन ने भारी पुलिस बल के साथ इन्हें आधी रात को धरना स्थल से उठाकर जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया।
गौरतलब है कि मिल चालू कराने की मांग को लेकर पिछले एक सप्ताह से क्षेत्र के किसान आंदोलनरत है। पहले भूख हड़ताल रही और गुरुवार से महापंचायत के साथ आमरण अनशन शुरू हो गया था। सात किसान अनशन पर बैठे थे। शुक्रवार शाम तक इनमें से किसान दर्शन लाल, पदम प्रकाश शर्मा की हालात बिगड़ने लगी थी। चिकित्सकों की टीम ने परीक्षण के बाद जिसकी रिपोर्ट जिला प्रशासन को दे दी थी। जिसके चलते शुक्रवार को आधी रात के बाद भारी पुलिस बल के साथ एसडीएम शिव नारायण शर्मा व सीओ चौब¨सह धरना स्थल पर पहुंचे और इन दोनों को जबरन उठाकर एंबुलेंस से जिला अस्पताल ले गये। मौके पर मौजूद किसानों ने इसका विरोध किया, जिसे लेकर हाथापाई की नौबत भी आयी।
उधर, शनिवार को विधायक नरेश सैनी, पूर्व एमएलसी उमर अली खां, भीम आर्मी जिलाध्यक्ष कमल वालिया, मजाहिर राणा, राजपाल फंदपुरी, गन्ना समिति चेयरमैन सुधीर राणा, परिषद चेयरमैन चौ. भोपाल ¨सह, भाकियू नेता नरेश स्वामी भी अनशन स्थल पर पहुंचे और किसानों की हर लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर चलने का संकल्प दोहराया।
जिला अस्पताल में पूर्व विधायक इमरान मसूद ने भी किसान दर्शन लाल व पदम प्रकाश का हाल जाना। शाम करीब 5 बजे एडीएम ई एसके दुबे, जिला गन्ना अधिकारी कृष्ण मोहन मणि त्रिपाठी, जिला आपूर्ति अधिकारी सतीश मिश्रा, डीपीआरओ सतीश कुमार, उप गन्ना आयुक्त दिनेश्वर मिश्रा टोडरपुर पहुंचे और पुलिस चौकी पर बैठकर इस आंदोलन की अगुवाई कर रहे नेताओं को वहीं बुलाकर बातचीत शुरू की। वहां पहुंचे ओमीं पंवार, जायर हुसैन चांद, चौ. हाशिम व ताहिर हसन ने कहा कि अधिकारी अनशन स्थल पर सभी के बीच आकर बात करें। एडीएम ने शुक्रवार को एसडीएम द्वारा दिया गया आश्वासन दोहराया। उन्होंने कहा कि 20 नवंबर तक मिल चलाने के विकल्पों पर स्थिति स्पष्ट कर दी जायेगी।
शाम को किसान हाजी खुर्शीद की तबीयत खराब हो गयी। जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराने पर किसानों ने सहमति व्यक्त कर दी। जब किसानों में उपजा आक्रोश
बेहट : पुलिस चौकी पर वार्ता के दौरान डीपीआरओ ने वहां मौजूद पंचायत सचिव से कहा कि इस आंदोलन में जितने प्रधान शामिल हैं उनकी सूची तैयार की जाये। इस बात का पता जैसे ही अनशन स्थल पर चला तो लोगों में उत्तेजना फैल गयी और कई वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहा कि किस अधिकारी ने यह धमकी दी है। इस पर सभी अधिकारियों ने ऐसी किसी बात से इंकार कर दिया और कहा कि ऐसा कुछ नहीं है।