चोरी पकड़ी गई तो हाथ जोड़ कर खड़े हो गए सीएमएस
सहारनपुर: घंटों इंतजार के बाद जिला अस्पताल पहुंची प्राक्कलन समिति ने निरीक्षण शुरू किया तो
सहारनपुर: घंटों इंतजार के बाद जिला अस्पताल पहुंची प्राक्कलन समिति ने निरीक्षण शुरू किया तो एक के बाद एक कई खामी सामने आने लगी। प्रांगण में रखे स्ट्रेचर पर पहली बार धुली व प्रेस की गई चादर देख समिति अध्यक्ष से लेकर सदस्य तक हैरान रह गए। सीएमएस से पूछा तो वह हाथ जोड़ कर खड़े हो गए और तरह-तरह की कहानियां सुनाने लगे। इस पर अध्यक्ष बोले, 'झूठ मत बोलिए..।'
शनिवार को समिति अध्यक्ष ज्ञानेंद्र कुमार, सदस्य कुंवर राकेश प्रताप, प्रदीप चौधरी, मसूद अख्तर तथा देवेंद्र निम पहुंचे तो जिला अस्पताल का माहौल बदला-बदला सा था। डाक्टर से लेकर वार्ड ब्वाय तक सभी बावर्दी ड्यूटी कर रहे थे। प्राक्कलन समिति शुलभ शौचालय पहुंची, जहां की स्थिति देख विधायक कुंवर राकेश प्रताप बिफर पड़े। डीएम आलोक कुमार पांडेय को बुला कर व्यवस्था को दुरुस्त करवाने को कहा। इसके बाद टीम इमरजेंसी वार्ड की तरफ बढ़ी तो बाहर स्ट्रेचर पर बिछाई गई चादर को देख हैरान हुई। सीएमएस से पूछा गया कि, 'इसका मतलब निरीक्षण की जानकारी मिल गई थी, तभी चादर बिछवा दी.।' सीएमएस डा. सुनीत वाष्र्णेय जवाब देने के बजाए तरह-तरह की कहानियां सुनाने लगे तो समिति सदस्यों ने झूठ न बोलने को कहा, इस पर सीएमएस हाथ जोड़ कर खड़े हो गए। इमरजेंसी व ट्रामा सेंटर पहुंचे तो वहां पर एक-एक बेड पर दो-दो मरीज पड़े थे। मरीजों व तीमारदारों से बात की और उन्हें बेहतर इलाज का आश्वासन दिया। समिति सदस्य कुंवर राकेश प्रताप ने डीएम से कहा कि जिला महिला अस्पताल में प्रसव के बदले दो से ढाई-ढाई हजार रुपये वसूलने की सूचनाएं मिल रही हैं, इसे ठीक करवाईए..। प्राक्कलन समिति इसके बाद लौट गई।
यह है सुविधा..
सीएमओ ने बताया कि 108 की 22 व 102 की 29 गाडि़यां अभी जनपद में कार्य कर रही हैं। ये औसतन 12 से 15 मिनट तक पीडि़त के पास पंहुच जाती हैं। पिछले वर्षों की अपेक्षा वर्तमान में जनपद में मृत्यु दर कम है। बताया कि वर्तमान में मृत्यु दर 7.70 प्रतिशत एक हजार व्यक्ति प्रतिवर्ष है।