आंदोलन के सात माह पूरे होने पर भी किसानों में जोश बरकरार
केन्द्र सरकार तीनों कृषि सुधार कानून वापस लिए जाने की मांग को लेकर जहां वेस्ट यूपी के किसान दिल्ली बार्डर पर आंदोलनरत है। वहीं भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले जिले के किसान भी आंदोलनरत रहकर अपना विरोध करते रहे है।
सहारनपुर, जेएनएन। केन्द्र सरकार तीनों कृषि सुधार कानून वापस लिए जाने की मांग को लेकर जहां वेस्ट यूपी के किसान दिल्ली बार्डर पर आंदोलनरत है। वहीं भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले जिले के किसान भी आंदोलनरत रहकर अपना विरोध करते रहे है। किसान आंदोलन को करीब सात माह होने पर भी इनके जोश बरकरार है।
बता दे कि 26 नवंबर से दिल्ली की तीन सीमाओं पर आंदोलन कर रहे पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों के साथ केंद्र सरकार ने 11 दौर की बातचीत में कानूनों को स्थगित कर आगे की चर्चा के लिए कमिटी बनाने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन किसान कानून रद्द करने की मांग कर रहे है, यही नहीं उप्र के जिलों में भी किसान आंदोलनरत है। अंबाला रोड स्थित नेशनल हाइवे टोल प्लाजा पर तो किसान पिछले करीब एक माह से धरना प्रदर्शन कर रहे है तथा आंदोलन को गति देने में लगे है। यही नहीं देवबंद व नागल में भी किसान कृषि बिलों के विरोध व किसानों की समस्याओं के निराकरण की मांग को लेकर समय समय पर आंदोलन कर अपना विरोध दर्ज कराते रहे है। खास बात यह है कि किसान भले ही आंदोलन को गैर राजनैतिक करार देने में लगे हो लेकिन इन किसानों को तमाम गैर भाजपा राजनैतिक पार्टियों का समर्थन है। अब आंदोलन के सात माह पूरे होने पर जिले के किसानों ने दिल्ली बार्डर कूंच की योजना बनाई है।
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किसानों की यह है तैयारी
भारतीय किसान यूनियन ने पंचायत मे सरकार पर वह किसान आंदोलन को बदनाम करने के आरोप लगाने के साथ ही किसान हित की सोचने की अपील की है। साथ ही चेतावनी दी है कि जब तक मागे पूरी नही होती सरसावा टोल प्लाजा का धरना जारी रहेगा। यही नहीं किसान 24 जून(आज) को अपने वाहनों ट्रैक्टर ट्रॉली से गाजीपुर बार्डर के लिए कूच कर सरकार को किसानों की एकता का अहसास कराया जायेगा।
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क्या कहते है यूनियन पदाधिकारी
भाकियू प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी विनय कुमार ने कहा कि सरकार की किसानों के प्रति सोच अच्छी नही किसान मान सम्मान स्वाभिमान की इस लडाई से पीछे नही हटेगा तथा आंदोलन के करीब सात माह होने पर गुरूवार को जिले के किसान वाहनो ट्रैक्टरों आदि से गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंच सरकार को किसान एकता व ताकत का एहसास करायेंगे।