तालाबों को पुर्नजीवित करने में श्रमदान करें युवा: सीडीओ
कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाती है। भारत में कृषि सिन्धु घाटी सभ्यता के दौर से अनवरत रूप से की जाती रही है। समय के साथ किसानों और कृषि उत्पादन में काफी परिवर्तन आया है। आज कृषि उत्पादकता अनेक कारणों पर निर्भर करती है। उनमें कृषि इनपुट्स जैसे •ामीन पानी बीज एवं उर्वरक की उपलब्धता
सहारनपुर, जेएनएन : मुख्य विकास अधिकारी प्रणय सिंह ने युवाओं को जागृत करते हुए कहा कि सभी गांवों में जाकर जल संचय, वृक्षारोपण, स्वच्छता अभियान एवं तालाबों को पुनर्जीवित करने के लिए श्रमदान करें। इतना ही नहीं उनके द्वारा जो पेड़ लगाए जाने हैं उनकी संरक्षता की जिम्मेदारी भी युवा स्वयं लें।
मुख्य विकास अधिकारी प्रणय सिंह सोमवार को नेहरू युवा केंद्र एवं जल निगम के तत्वावधान में जल शक्ति एवं जल संरक्षण जनजागरुकता अभियान पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन प्रधानमंत्री का एक सपना है यह सपना जनजागरण से ही साकार होगा, जिसमें युवाओं की सहभागिता अत्यंत आवश्यक है। अध्यक्षता कर रहे नेहरू युवा केंद्र की जिला सलाहकार समिति के सदस्य राजेंद्र अटल ने जल संरक्षण एवं जल संचयन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। परियोजना प्रबंधक राजेंद्र सिंह ने युवाओं को जल संचयन के विषय में बताया। परियोजना निदेशक दुष्यंत सिंह एवं जल निगम के परियोजना अभियंता नरेश गुप्ता ने संयुक्त रूप से जल शक्ति युवा रैली का शुभारंभ किया। संचालन नेहरू युवा केंद्र के लेखाकार जहीर आलम ने किया। मौके पर मंयक त्यागी, इर्तजा हसन, राजेंद्र सिंह पायल, रंजिता त्यागी, राजेंद्र सैनी, अजय सैनी, शोएब, अफसा नाज, अमित, अनुज कुमार, मोनिका शर्मा, मंजीत राठौर आदि रहे।