धनलक्ष्मी को ठुकरा गृहलक्ष्मी को दिया मान
दहेज की खातिर महिला उत्पीड़न की घटनाओं के बीच यह सच्ची घटना सुकून देने वाली है। दहेज लोलुपों के लिए यह शुरुआत एक नजीर भी है। एक युवक ने दहेज में मिले 11 लाख रुपये यह कहते हुए लौटा दिए कि उनकी शिक्षित दुल्हन ही उनका सबसे बड़ा धन है।
सहारनपुर, जेएनएन। दहेज की खातिर महिला उत्पीड़न की घटनाओं के बीच यह सच्ची घटना सुकून देने वाली है। दहेज लोलुपों के लिए यह शुरुआत एक नजीर भी है। एक युवक ने दहेज में मिले 11 लाख रुपये यह कहते हुए लौटा दिए कि उनकी शिक्षित दुल्हन ही उनका सबसे बड़ा धन है।
जिले के मिर्जापुर व हाल निवासी वैशाली बिहार (सहारनपुर) नेत्रपाल सिंह यूपी पुलिस में बतौर एसएसआइ बागपत में तैनात हैं। उनका इकलौता बेटा कपिल मध्यप्रदेश के सतना में केंद्रीय विद्यालय में शिक्षक हैं। कपिल का रिश्ता यमुनानगर (हरियाणा) के खानपुर गांव निवासी राजपाल सिंह की पुत्री शीतल से तय हुआ था। मंगलवार को बरात खानपुर गई थी। बरात की आवभगत के बाद राजपाल सिंह ने शगुन के रूप में दूल्हे को 11 लाख रुपये भेट किए। कपिल ने यह रुपये वापस कर दिए और कहा कि मेरी शिक्षित दुल्हन ही मेरा सर्वोत्तम धन है, इसलिए मुझे दहेज की जरूरत नहीं है। शीतल बीएड पास हैं।
पेशे से किसान राजपाल सिंह ने कहा कि सरकारी नौकरी के बाद काफी युवक शादी में दहेज मांगने पर अड़ जाते हैं। कई बार दहेज को लेकर रिश्ते तक टूट जाते हैं, लेकिन उनके दामाद ने मिसाल कायम की है। नेत्रपाल सिंह के भाई भारतीय किसान संघ के ब्लाक अध्यक्ष पिटू राणा ने कहा कि हम समाज से दहेज प्रथा को समाप्त करने की अपील करते रहे हैं ।
बिना दहेज हुई थी पुत्रियों की शादी
नेत्रपाल सिंह ने बताया कि उन्होंने अपनी दो पुत्रियों की शादी भी बगैर दहेज की थी। सभी को दहेज से परहेज करना चाहिए।