डाकघर के खाते से 55 लाख की वापसी का आदेश, सहारनपुर में दस साल से अधिक चली कानूनी कार्यवाही
सहारनपुर में जिला उपभोक्ता फोरम में डिक्री की कई फाइलें लंबित हैं। इसमें डाकघर ने अपना पक्ष रखा लेकिन आयोग के आदेश के बाद भी डिक्री की धनराशि अदा नहीं की गई। छह अलग-अलग मामलों में जिला उपभोक्ता फोरम ने आदेश पारित कर रखे हैं।
सहारनपुर, हेमंत मित्तल। उपभोक्ता फोरम में लंबे समय से चल रहे छह अलग-अलग मामलों में वादीगण को न्याय न मिलने पर फोरम ने सख्ती की है। उपभोक्ता फोरम ने स्टेट बैंक के मुख्य शाखा के मुख्य प्रबंधक को पत्र लिखकर डाकघर के खाते से 55 लाख 72 हजार रुपया निकालकर फोरम में जमा करने के आदेश दिए हैं। मामलों में दस साल से अधिक समय तक कानूनी कार्यवाही चली। कानूनी लड़ाई जीतने के बाद भी वादी अपना धन प्राप्त नहीं कर सके। डाकघर का खाता काफी समय पूर्व कुर्क कर दिए जाने के बावजूद डाक विभाग धनराशि अदा नहीं कर रहा है। इसी के चलते जिला उपभोक्ता फोरम ने स्टेट बैंक के मुख्य शाखा प्रबंधक को कड़े निर्देश दिए हैं।
अदालत के आदेश के बावजूद नहीं हुआ कोई भुगतान
जिला उपभोक्ता फोरम में डिक्री की कई फाइलें लंबित हैं। इसमें डाकघर ने अपना पक्ष रखा, लेकिन आयोग के आदेश के बाद भी डिक्री की धनराशि अदा नहीं की गई। छह अलग-अलग मामलों में जिला उपभोक्ता फोरम ने आदेश पारित कर रखे हैं। हालांकि इन सबके लिए जिलाधिकारी सहारनपुर के माध्यम से वसूली वारंट भी जारी किए गए, लेकिन केवल खाता कुर्क करने की कार्रवाई कर जिला प्रशासन ने अपना दायित्व पूरा कर लिया। जिनके पैसे डाकघर के खातों में जमा थे, उन्हें अदालत के आदेश के बावजूद कोई भुगतान नहीं हुआ।
55 लाख 72 हजार 97 रुपये निकालकर बैंक ड्राफ्ट के रूप में फोरम में जमा करने के आदेश
इस प्रशासनिक लापरवाही पर उपभोक्ता फोरम ने सीधे मुख्य शाखा प्रबंधक स्टेट बैंक को पत्र लिखकर डाकघर के खाते से 55 लाख 72 हजार 97 रुपये निकालकर बैंक ड्राफ्ट के रूप में उपभोक्ता फोरम में जमा करने के आदेश दिए। इस आदेश के अनुपालन में शिथिलता बरतने पर बैंक को सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
इन्होंने कहा
उपभोक्ता फोरम का पत्र प्राप्त हो चुका है। इस संबंध में उन्होंने अपने ला डिपार्टमेंट से मार्गदर्शन मांगा है। उसी के अनुसार कार्यवाही की जाएगी।
अनुज कुमार, चीफ मैनेजर, मुख्य शाखा स्टेट बैंक सहारनपुर