बुखार से ठिठुर रहा जिला, मगर विभाग बेखबर
सहारनपुर: बुखार का प्रकोप शुरू हो चुका है। जिले के हर पांचवें घर में बुखार पीड़ित ह
सहारनपुर: बुखार का प्रकोप शुरू हो चुका है। जिले के हर पांचवें घर में बुखार पीड़ित है। मगर स्वास्थ्य विभाग अपने रिकार्ड को दुरुस्त करने में लगा हुआ है। डेंगू पीड़ित दोनों मरीजों का इलाज देहरादून व मेरठ में चल रहा है, मगर विभाग अभी इन्हें डेंगू पीड़ित मानने को तैयार नहीं है।
जिला अस्पताल सहित शहर के सभी चिकित्सकों के यहां बुखार पीड़ितों की लाइन लगी है। सैकड़ों मरीज हर रोज दवाई लेने के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं। सरकारी अस्पताल में तो दवा देकर डाक्टर पीछा छुड़ा रहे हैं, लेकिन प्राइवेट चिकित्सक जांच करवा रहा है तो बुखार के पीछे की असल वजह भी सामने आ रही है, हालांकि स्वास्थ्य विभाग पैथलॉजी सेंटर व प्राइवेट चिकित्सकों पर यही दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है कि, डेंगू की पुष्टि होने के बाद पहले उन्हें अवगत कराया जाए। कुछ चिकित्सकों ने नाम न छापने की शर्त पर यह भी बताया कि यदि किसी भी चिकित्सक के मरीज को डेंगू की पुष्टि हो जाती है और वह खबर अखबार में प्रकाशित हो जाती है तो स्वास्थ्य विभाग जानबूझ कर ओपीडी के समय ही घंटो तक बैठ कर वक्त खराब करते हैं। इसी डर से कोई भी चिकित्सक डेंगू की पुष्टि होने पर मीडिया से किनारा कर लेता है। डेंगू के लिए दस बेड का वार्ड आरक्षित
डेंगू के मरीजों को पुष्टि भले ही विभाग न करे, मगर खलबली जरूर मची हुई है। इसीलिए राजकुमार व फोबी के हायर सेंटर में चल रहे इलाज के बाद यहां स्वास्थ्य विभाग ने आनन-फानन में दस बेड के वार्ड को डेंगू मरीजों के लिए आरक्षित कर दिया है। साथ ही जनजागरूकता अभियान को और तेज कर दिया है।
डा. शिवांका गौड़, जिला मलेरिया अधिकारी।