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सहकारी समितियों की हड़ताल से किसान परेशान

गंगोह (सहारनपुर) :सहकारी समितियों की हड़ताल के कारण किसान खाद को लेकर बेहद परेशान

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Nov 2018 10:10 PM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 10:10 PM (IST)
सहकारी समितियों की हड़ताल से किसान परेशान
सहकारी समितियों की हड़ताल से किसान परेशान

गंगोह (सहारनपुर) :सहकारी समितियों की हड़ताल के कारण किसान खाद को लेकर बेहद परेशान नजर आ रहे हैं। हड़ताल के कारण किसान बाजार से मनमाने दाम पर खाद लेने को मजबूर हैं।

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अपनी मांगों को लेकर सहकारी समितियों के कर्मचारी पिछले 15 दिन से हड़ताल पर हैं। हड़ताल के कारण बृहस्पतिवार को भी सहकारी समितियों में ताले लटके रहे। किसान समिति पर खाद लेने को अपना वाहन लेने आते हैं, लेकिन ताला लटका देख कर वापस हो जाते हैं। किसानों सुरेश, जय ¨सह, सेवा राम, अथर, यामीन आदि का कहना है कि इस समय गेहूं आलू बुवाई चल रही हैं जिसमें डीएपी व एनपीके खाद की बेहद आवश्यकता है। समितियों के बंद हो जाने से किसान यह खाद बाजार से महंगे दामों पर खरीदने को मजबूर हो रहे हैं। किसानों का कहना है कि समितियों में डीएपी 1290 रुपए का मिल रहा है जबकि बाजार में महंगा है। किसानों का कहना है कि बाजार से खरीदी गई खाद में मिलावट का डर भी रहता है लेकिन मजबूरी में खरीदना पड़ रहा है। सहकारी समितियों के एमडी प्रवेश चौधरी, अंकुर शर्मा, वेद पाल सिहं, चंद्र पाल शर्मा, दारा ¨सह आदि का कहना है कि 15 दिन से सभी समितियों की हड़ताल चल रही हैं इस कारण कोई भी कर्मचारी दफ्तर में नहीं जा रहा है। इनकी मुख्य मांग है कि उनका वेतन राज्य कर्मचारियों की तरह राजकोष से दिया जाए। सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बकाया का भुगतान व कार्यरत सचिवों व आंकिक की सेवानिवृत्ति की आयु 62 वर्ष हो।


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