मंडलायुक्त से जिपं सदस्यों ने की एएमए की शिकायत
जिला पंचायत के सदस्यों ने मंडलायुक्त से मिलकर अपर मुख्य अधिकारी पर सदन की भावना के विपरीत कार्य करने के आरोप लगाए। 33 सदस्यों ने शपथपत्र देकर दो बैठक की कार्यवाही और सदन में लिए गए निर्णयों को मुख्य विकास अधिकारी से लिखवाए जाने की मांग की। उधर जिपं अध्यक्ष ने कर्मचारियों के पत्र का हवाला देते हुए अपर मुख्य अधिकारी को हटाए जाने की मांग की है।
सहारनपुर: जिला पंचायत के सदस्यों ने मंडलायुक्त से मिलकर अपर मुख्य अधिकारी पर सदन की भावना के विपरीत कार्य करने के आरोप लगाए। 33 सदस्यों ने शपथपत्र देकर दो बैठक की कार्यवाही और सदन में लिए गए निर्णयों को मुख्य विकास अधिकारी से लिखवाए जाने की मांग की। उधर जिपं अध्यक्ष ने कर्मचारियों के पत्र का हवाला देते हुए अपर मुख्य अधिकारी को हटाए जाने की मांग की है।
शुक्रवार को जिला पंचायत सदस्य दिल्ली रोड स्थित मंडलायुक्त कार्यालय पहुंचे। उन्होंने मंडलायुक्त सीपी त्रिपाठी से बताया कि 26 अक्टूबर को जिला पंचायत की बैठक में सदस्य राजू ने अध्यक्ष की अनुमति से अपर मुख्य अधिकारी द्वारा जिला पंचायत की बैठक में 15 सितंबर में सदन की गत बैठक और 27 जनवरी की बैठक की पुष्टि के समय सर्वसम्मति से पारित संशोधन व निर्णय के विपरीत कार्यवाही पंजिका में स्वेच्छा से कार्यवाही अंकित की। सदन की अवमानना और गरिमा के विपरीत अपर मुख्य अधिकारी डा. सुमनलता को जिला पंचायत से हटाने की संस्तुति करते हुए निन्दा प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया था जिसका उनके द्वारा समर्थन किया गया। यह कार्यवाही पंजिका में अंकित की जानी आवश्यक है। उन्होंने बताया कि 26 अक्टूबर की बैठक के निर्णयों के विपरीत अपर मुख्य अधिकारी स्वेच्छा से अंकित कर सकती है। वीडियोग्राफी की सीडी में काट-छांट करा सकती है। सदस्यों ने दोनों बैठक की कार्यवाही व सदन में लिए गए निर्णयों को मुख्य विकास अधिकारी-मुख्य अधिकारी जिला पंचायत से लिखवाए जाने की मांग की। मंडलायुक्त को दिए पत्र पर नक्षत्रपाल ¨सह, मूलराज सैनी, रागिब अली, बबीता, अनीता, वसीम चौधरी, किरणपाल, राकेश, मुन्नी, राकेश, सुमन, इरफान, शेर ¨सह, सरताज बेगम, मुनेश चौधरी, कुंवरपाल सैनी, सोनिया ¨सह के हस्ताक्षर है। इसके साथ ही उन्होंने 33 सदस्यों के शपथपत्र भी मंडलायुक्त को दिए। अपर मुख्य अधिकारी को हटाया जाए
जिला पंचायत अध्यक्ष तसमीम बानो ने अपर मुख्य सचिव पंचायती राज लखनऊ राजेन्द्र कुमार तिवारी को भेजे पत्र में अपर मुख्य अधिकारी को हटाए जाने की मांग की है।
अध्यक्ष ने पत्र में कहा कि जिला पंचायत के लिपिकीय वर्ग के 17 में से 16 कर्मचारियों, 13 वसूली कर्मचारियों में से 12 ने उन्हें 29 अक्टूबर को पत्र दिया था। जिसमें अपर मुख्य अधिकारी डा. सुमनलता पर कई गंभीर आरोप लगाए गए। उनके पति डा. राजमोहन द्वारा जिला पंचायत के कार्यो में हस्तक्षेप करते है। डा. सुमनलता को पद पर रखे जाने से कोई भी अप्रिय घटना घट सकती है। कर्मचारियों और सदस्यों में अपर मुख्य अधिकारी के खिलाफ गहरी नाराजगी है। उन्होंने अपर मुख्य अधिकारी को हटाए जाने की मांग की है। इनका कहना है-
जिला पंचायत की बैठक की कार्यवाही रिपोर्ट व वीडियोग्राफी की सीडी मंडलायुक्त व डीएम को छह अक्टूबर को सौंप दी गई थी। जिला पंचायत अध्यक्ष तसमीम बानो द्वारा द्वारा कर्मचारियों को डरा धमकाकर, उनकी पदोन्नति अवरूद्ध करने का भय दिखाकर जबरन हस्ताक्षर कराए गए है। जबकि वह पूरी तरह शासन की मंशा और जिला पंचायत के हित में कार्य कर रही है।
डा. सुमनलता, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत।