32वें दिन हुई अमन की दुआ, अफवाहों से बचने की अपील
सीएए एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ चल रहा महिलाओं का अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन गुरुवार को 32वें दिन भी जारी रहा। महिलाओं ने दिल्ली हिसा पर दुख जताते हुए
सहारनपुर जेएनएन। सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ चल रहा महिलाओं का अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन गुरुवार को 32वें दिन भी जारी रहा। महिलाओं ने दिल्ली की हिसा पर दुख जताते हुए देश में अमनो अमान के लिए सामूहिक दुआ की। वहीं, शिक्षक नगर के शिव मंदिर में सीएए, एनआरसी, समान नागरिक संहिता और जनसंख्या नियत्रंण कानून के समर्थन में 18वें दिन भी महिलाओं ने भजन कीर्तन किया और दिल्ली में हिसा का जिम्मेदार कांग्रेसियों, वामपंथियों और ओवैसी बंधुओं को ठहराया।
मुत्तहिदा ख्वातीन कमेटी के बैनर तले चल रहे धरना प्रदर्शन में गुरुवार को कौसर व फरहीन जहां ने कहा कि सीएए दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत की आत्मा के खिलाफ है। आफरीन मिर्जा व अदीबा ने कहा कि हिदुस्तान एक ऐसा गुलदस्ता है, जिसमें सभी धर्मों के लोग फूलों की तरह एक साथ रहते हैं। इस प्यारे चमन को उजाड़ने की मंशा रखने वालों को उनके मंसूबों में कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। धरना स्थल पर मौजूद महिला व पुरुषों ने एक साथ अल्लाह की बारगाह में हाथ उठाकर देश में अमनो अमान और सांप्रदायिक सौहार्द कायम रहने की दुआए मांगी। अफवाहों पर ध्यान न देने और सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबरों पर प्रतिक्रिया न देने का आहवान भी किया। वहीं, प्रेरणा सांस्कृतिक एवं सामाजिक महिला संगठन के तत्वावधान में शिक्षक नगर के शिव मंदिर में चल रहे कार्यक्रम में शीला सैनी और शालू बागोरिया ने कहा कि कांग्रेसियों, वांपथियों और ओवैसी बंधुओं के जहरीले बोल ने दिल्ली में दंगे की आग भड़काई। जिसमें दोनों ओर से निर्दोष लोगों की जान जाने के साथ ही करोड़ों रुपये की संपत्ति का नुकसान भी हुआ। ललिता प्रजापति और मंजू पंवार ने कहा कि शाहिन बाग में छोटे छोटे बच्चो के मन में जहर और नफरत भरी जा रही है जो कि देश तोड़ने और भाईचारे को खत्म करने की कोशिश है। उन्होंने दिल्ली पुलिस से बिना किसी दबाव दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। शुभलेश शर्मा, डोली गोयल, मीरा चौरसिया, मंजू गुप्ता, शकुंतला राणा आदि मौजूद रहीं।