किसान हित नये कृषि कानून वापस ले सरकार : बेदी
नए कृषि कानूनों को किसान व देशहित में तुरन्त वापिस लिये जाने की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन (बेदी) से जुडे़ किसानों ने सांकेतिक भूख हड़ताल कर सरकार को चेतावनी दी।
सहारनपुर, जेएनएन। नए कृषि कानूनों को किसान व देशहित में तुरन्त वापिस लिये जाने की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन (बेदी) से जुडे़ किसानों ने सांकेतिक भूख हड़ताल कर सरकार को चेतावनी दी। कहा कि यदि अब भी चेती तो किसान अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे। बाद में राष्ट्रपति को संबोधित मांगों का एक ज्ञापन जिलाधिकारी को प्रेषित किया।
हकीकत नगर स्थित धरना स्थल पर भाकियू बेदी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल बेदी व राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहम्मद हुसैन जिलानी ने कहा कि एक ओर तो सरकार देश के अन्नदाता को सर्वोपरि मानती है, वहीं दूसरी ओर नये कृषि कानून थोपकर घेरना चाहती है। कहा कि किसान पहले से ही सरकार की गलत नीतियों से परेशान होकर आत्महत्या करने को मजबूर हैं और उस पर नित नये कानून बनाकर किसानों की कमर तोड़ने का काम किया जा रहा है, जिसे भाकियू बेदी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि भाकियू बेदी मांग करती है कि किसान हित में नये कृषि कानून को तुरंत वापिस लिया जाये। धरने पर यूनियन से जुड़े अनेक किसान मौजूद रहे।
पूर्व विधायक और किसानों ने किया गन्ना समिति सचिव का घेराव
देवबंद : किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर पूर्व विधायक एवं सपा नेता शशीबाला पुंडीर शनिवार को गन्ना समिति पहुंची और सचिव का घेराव करते हुए उनके समक्ष समस्याएं रखीं।
शनिवार को किसानों के साथ गन्ना समिति पहुंची शशीबाला पुंडीर ने समिति सचिव प्रेमचंद चौरसिया को बताया कि समिति द्वारा किसानों का बेवजह परेशान किया जा रहा है। किसी किसान को मृतक दर्शाकर और किसी किसान का पराली जलाने के नाम पर सट्टा बंद कर दिया गया है। कहा कि किसानों का उत्पीड़न किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं होता है तो समिति अधिकारियों के खिलाफ आंदोलन छेड़ा जाएगा। इस दौरान कई किसानों ने सट्टा बंद किए जाने समेत समिति से संबंधित समस्याएं सचिव के सामने रखी। समिति सचिव प्रेमचंद चौरसिया ने किसानों को समस्याओं का जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया। इस मौके पर सिकंदर अली, भंवर सिंह, राजेंद्र सिंह, नाथी सिंह, डा. जुबैर, राहुल मित्तल, मोहन सिंह आदि मौजूद रहे।