अलाव व रैनबसेरा का एसडीएम ने किया औचक निरीक्षण
देवबंद में कड़ाके की ठंड से बचाव के लिए नगरपालिका द्वारा कस्बे के विभिन्न चौक-चौराहों पर जलाए जा रहे अलाव और रैन बसेरे का एसडीएम ने औचक निरीक्षण किया है। सभी स्थानों पर अलाव जलते मिलने पर एसडीएम ने संतोष जताया।
सहारनपुर, जेएनएन। देवबंद में कड़ाके की ठंड से बचाव के लिए नगरपालिका द्वारा कस्बे के विभिन्न चौक-चौराहों पर जलाए जा रहे अलाव और रैन बसेरे का एसडीएम ने औचक निरीक्षण किया है। सभी स्थानों पर अलाव जलते मिलने पर एसडीएम ने संतोष जताया।
एसडीएम राकेश कुमार सिंह शुक्रवार की रात्रि नगरपालिका के सफाई निरीक्षक पोपिन कुमार, स्वास्थ्य लिपिक विकास चौधरी व सहायक बाबू मोहम्मद सुफियान के साथ नगरपालिका द्वारा अलाव के लिए चिन्हित किए गए स्थानों पर पहुंचे, जहां उन्होंने अलाव की सही व्यवस्था पर संतोष जताया। इसके उपरांत एसडीएम राकेश कुमार रेलवे रोड पर नगरपालिका द्वारा बनाए गए रैन बसेरे में पहुंचे और वहां साफ-सफाई आदि का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान नगरपालिका द्वारा रैन बसेरे में बिछाए गए बिस्तर, कंबल आदि की व्यवस्था जांची और एंट्री रजिस्टर का भी अवलोकन किया। एसडीएम ने बताया कि निरीक्षण के दौरान सब कुछ सही पाया गया है।
श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण से दुख-दर्द होते हैं दूर : पं. विनय प्रकाश
देवबंद: श्री गीता भवन में चल रही श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ कथा के दूसरे दिन कथाव्यास पं. विनय प्रकाश तिवारी ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण मात्र से सभी दुख दर्द दूर हो जाते है। भागवत कथा पितरों को मोक्ष देने में सदैव अग्रणीय है।
श्री गीता प्रचार समिति के तत्वावधान में आयोजित कथा में पं. विनय प्रकाश ने कहा कि भागवत कथा मानव मात्र को खुद से खुद का परिचय कराती है। मानव मात्र को महामानव से देवता बनने की सामर्थ भागवत कथा में है। भागवत कथा सुनने से मनुष्य के पाप नष्ट हो जाते हैं। 18 पुराणों में भागवत जी राजा है, जो इनकी शरण में आता है उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। भागवत इस कलुषित कलियुग के वातावरण में च्येष्ठ, श्रेष्ठ व वरिष्ठ साधन है। इसलिए मनुष्य को एक बार पूर्ण मनोयोग से कथा का श्रवण कर उसे जीवन में उतारना चाहिए। यही मानव होने की सफलता है। इस मौके पर दिनेश धीमान, अभिनव धीमान, प्रीतम माहेश्वरी, बलराम माहेश्वरी, महेश आदि रहे।