कृषि कानूनों के विरोध में मकानों पर झंडे लगा काला दिवस मनाया
कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली में चल रहे आंदोलन के 6 माह
जागरण संवाददाता, सहारनपुर : कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली में चल रहे आंदोलन के 6 माह पूरा होने पर भारतीय किसान यूनियन बुधवार को काला दिवस मनाया। इस दौरान किसानों ने अपने मकानों पर काले झंडे लगाए, केंद्र सरकार के पुतले फुंकें और बाइक रैली निकाली। इस मौके पर किसानों ने बैठकें कर बुद्ध के संदेशों पर विचार विमर्श किया।
कोविड-19 महामारी को देखते देर रात में भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी विनय कुमार ने किसानों से अपील की थी कि वे पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत एक जगह एकत्रित नहीं होंगे और अपने गांवों में ही मकानों पर काले झंडे लगाएंगे तथा सरकार के पुतले फूंककर विरोध जताएंगे। प्रदेश उपाध्यक्ष की अपील पर बुधवार सुबह से ही भाकियू कार्यकर्ताओं ने अपने मकानों की छत पर काले झंडे बांधे। भाकियू जिलाध्यक्ष चौधरी चरण सिंह के नेतृत्व में गांव अल्लीवाला में किसानों ने विरोध प्रदर्शन व पुतला दहन कर सभा का आयोजन किया तथा किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बाद में चौधरी चरण सिंह सभी किसानों को बुद्ध पूर्णिमा की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस महामारी में कोविड की गाइडलाइन का पालन करते हुए यूनियन ने सिर्फ गांव-गांव में रहकर विरोध प्रदर्शन करने और पुतला दहन करने का निर्णय लिया।
नागल ब्लाक में प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी विनय कुमार की अनुपस्थिति में ब्लाक अध्यक्ष राजपाल सिंह के नेतृत्व में किसानों ने बाइक रैली निकाली और केंद्र सरकार का पुतला फूंका। इसके अलावा, नकुड़, गंगोह, सरसावा, अंबेहटा, तीतरों, नानौता, रामपुर मनिहारान, देवबंद, गागलहेडी, चिलकाना, बेहट, बिहारीगढ़ समेत अनेक गांवों में किसानों ने बाईक रैली निकाली और बाजू पर काली पटटी बांधकर सरकार के प्रति अपने गुस्से का इजहार किया। इतना ही नहीं गांवों में केंद्र सरकार के पुतले फूंककर विरोध जताया गया तथा कुछ किसान ट्रैक्टरों पर काले झंडे लगाए घुमते नजर आए।