भाकियू ने पांचवें दिन भी दिया धरना
दिल्ली- देहरादून एनएच 307 पर सर्विस रोड व नाले के निर्माण की मांग को लेकर भाकियू के धरने पर पांचवें दिन एडीएम एफ व एसडीएम बेहट पहुंचे। उन्होंने एनएच के अधिकारियों से वार्ता कर धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं को समस्याओं के जल्द समाधान का आश्वासन दिया।
सहारनपुर जेएनएन। दिल्ली- देहरादून एनएच 307 पर सर्विस रोड व नाले के निर्माण की मांग को लेकर भाकियू के धरने पर पांचवें दिन एडीएम एफ व एसडीएम बेहट पहुंचे। उन्होंने एनएच के अधिकारियों से वार्ता कर धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं को समस्याओं के जल्द समाधान का आश्वासन दिया।
पिछले पांच दिनों से चल रहे भाकियू के धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं से वार्ता के लिये शुक्रवार देर शाम विनोद कुमार व एसडीएम बेहट दीप्ति देव धरना स्थल मनोहरपुर पहुंचे। जहां उन्होंने धरने पर बैठे भाकियू के कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुना ओर उसके बाद पूरी स्थित का जायजा लिया। इस दौरान एनएचएआई के अधिकारी व कर्मचारी भी साथ रहे। उन्होंने घंटो पूरी स्थित का जायजा लेने के बाद सभी समस्याओं का हल निकालने के लिये भाकियू के पदाधिकारियों व एनएच के अधिकारियों से वार्ता कर जल्द ही पूरा कराने का आश्वासन दिया। इस दौरान एडीएम एफ विनोद कुमार ने धरने पर बैठे सभी कार्यकर्ताओं को कोरोना से बचाव के लिये शारीरिक दूरी व सेनीटाइजर, मास्क का प्रयोग करने की सलाह दी। --इसेंट
प्रदेश सरकार में सबसे अधिक किसान परेशान: चरण सिंह
शुक्रवार को करीब तीन बजे धरना स्थल पर पहुंचे भाकियू जिलाध्यक्ष चौधरी चरण सिंह ने कहा कि इस सरकार में सबसे अधिक किसान परेशान हैं। गन्ने का भुगतान नहीं हो रहा है। उसके बाद किसान की सब्जी आधे दामों में बिक रही है। कोरोना के चलते आम की फसल पूरी तरह बरबाद हो गई है। ठेकेदार को भारी नुकसान हो है जिसकी मार भी किसानों को ही झेलनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि आज के दौरान किसान पूरी तरह बदहाल है लेकिन सरकार इस ओर कोई भी ध्यान नहीं दे रही है। किसानों के लिये गन्ने का भुगतान सबसे बड़ी समस्या है। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया जायेगा। धरना जारी रहेगा। इस दौरान उन्होंने सोमवार को महापंचायत में सभी लोगों से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने की अपील भी की है। इस दौरान जिला प्रवक्ता रघुवीर सिंह, राजवीर सिंह, भाकियू युवा के जिलाध्यक्ष अजय कांबोज, ब्लाक अध्यक्ष उगेश कांबोज, कुलदीप कांबोज, देवेंद्र कांबोज, अभिषेक, बाबूराम, सचिन, राकेश, पारस आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।