रावण के इंतजार में आंखे बिछाए खड़ी रही भीमआर्मी
सहारनपुर : गुरुवार रात नौ बजे जैसे ही चंद्रशेखर उर्फ रावण की रिहाई पर मुहर लगी तो भ
सहारनपुर : गुरुवार रात नौ बजे जैसे ही चंद्रशेखर उर्फ रावण की रिहाई पर मुहर लगी तो भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं में उल्लास भर गया। जो जिस हाल में था, जिला कारागार की ओर दौड़ पड़ा। घड़ी के साथ ही जेल के बाहर समर्थकों की भीड़ बढ़ती जा रही थी। भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस का पसीना छूट गया। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया भी पहुंच गई थी। सभी को रावण की एक झलक का इंतजार था।
भीड़ देखकर पुलिस-प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए थे। भीम आर्मी के पांच हजार से ज्यादा कार्यकर्ता उल्लास में थे। कोई रावण का फोटो सिर पर रखे था तो कोई मिठाई बांट रहा था। जिलाध्यक्ष कमल वालिया अपनी मां के साथ पहुंचे। इसी दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन, राष्ट्रीय प्रवक्ता मंजीत ¨सह नौटियाल के साथ भीड़ भी पहुंची। अफसर नजदीक आते तो भीड़ नारेबाजी शुरू कर देती। एसपी सिटी प्रबल प्रताप सिंह एवं सीओ मुकेशचंद्र मिश्र भारी फोर्स के साथ भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मशक्कत करते रहे। रात 2.37 पर जेल अधीक्षक डा. वीरेश राज शर्मा और सीओ मुकेशचंद्र मिश्र रावण को लेकर जेल गेट से बाहर निकले तो जेल परिसर नारेबाजी से गूंज उठा। इसी बीच अफसर रावण को गाड़ी में लेकर घर की ओर रवाना हो गए। सैंकड़ों समर्थक छुटमलपुर तक पहुंच गए। अनुसूचित जाति के इंस्पेक्टरों को लगाया गया
रावण को जेल से रिहा करने एवं समर्थकों को नियंत्रित करने के लिए अनुसूचित जाति के इंस्पेक्टरों को अभियान में लगाया गया। इंस्पेक्टर बेहट छोटे ¨सह, इंस्पेक्टर कोतवाली देहात पवन चौधरी टीम में थे। जिलाध्यक्ष समेत कई लोगों से बातचीत कराई। रावण को समझाया गया कि जोश में गड़बड़ी होने पर माहौल खराब हो सकता है।