नानौता में शाम होते ही शुरू हो जाता है सट्टे का अवैध कारोबार
नानौता में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की सख्ती के बाद भी नगर में सट्टा की खाईबाड़ी का धंधा चल रहा है। शाम होते ही इस धंधे से जुड़े कारोबारी लुकाछिपी कर अपने कारोबार को चला रहे हैं।
सहारनपुर, जेएनएन। नानौता में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की सख्ती के बाद भी नगर में सट्टा की खाईबाड़ी का धंधा चल रहा है। शाम होते ही इस धंधे से जुड़े कारोबारी लुकाछिपी कर अपने कारोबार को चला रहे हैं।
नगर ही नहीं बल्कि देहात क्षेत्र में भी पिछले कुछ दिनों से शाम होते ही सट्टा का धंधा शुरू हो जाता है। धंधे की चर्चा न हो इसलिए अधिकतर लोग मोबाइल सट्टा लगा रहे हैं। अब तो इस धंधे में महिलाएं भी जुड़ रही हैं। आधुनिकता की दौड़ में कुछ लोग मोबाइल फोन पर ही धंधे को चला रहे हैं।
लोगों का मानना है कि इतने बड़े पैमाने पर नगर एवं क्षेत्र में सट्टे का अवैध धंधा चल रहा हो और पुलिस को इसकी जानकारी ना हो ऐसा हो ही नहीं सकता। दिन भर मेहनत मजदूरी कर कमाई गई रकम का बड़ा हिस्सा गरीब तबके लोग सट्टे में गंवा रहे है। जिसके चलते गरीब और गरीब हो रहा है। बताया जाता है कि पकड़े जाने पर थाना पहुंचने से पहले ही बिचौलियों के माध्यम से मामला को रफा-दफा कर दिया जाता है। अधिकारियों का दबाव बढ़ने पर यदा-कदा औपचारिकता निभाते हुए किसी पुराने धंधेबाज को पकड़कर चालान कर दिया जाता है। उचित कार्रवाई न होने से इस धंधे से जुड़े लोगों के हौसले बुलंद हैं।
मामले में थानाध्यक्ष विरेशपाल गिरी का कहना है कि अभियान चलाकर सट्टे का धंधा बंद कराया जाएगा। चिन्हित कर इनके संरक्षण दाताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एक सप्ताह के भीतर नगर निवासी फहीम, जाहिद व शमीम को लगभग दस हजार रुपए की नकदी, मोबाइल फोन व सट्टा पर्ची के साथ गिरफ्तार किया जा चुका है।