जैश आतंकियों के सहयोगियों की तलाश में देवबंद में एटीएस की छापामारी
पकड़े गए जैश-ए-मुहम्मद के दो आतंकियों से चल रही पूछताछ के आधार पर एटीएस ने देवबंद में छापामारी की। हालांकि अभी कोई नई गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है।
सहारनपुर, जेएनएन। गुरुवार रात पकड़े गए जैश-ए-मुहम्मद के दो आतंकियों से चल रही पूछताछ के आधार पर शुक्रवार रात भी एटीएस ने देवबंद में छापामारी की। हालांकि अभी कोई नई गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है। शनिवार को भी एटीएस देवबंद क्षेत्र में जमी रही। स्थानीय पुलिस अधिकारी इस संबंध में चुप्पी साधे हैं।
देवबंद में पकड़े गए जैश के संदिग्ध आतंकी शाहनवाज तेली पुत्र गुलाम हसन निवासी नूनमई यारीपुरा जिला कुलगाम तथा आकिब अहम मलिक पुत्र मोहम्मद अकबर निवासी ठोकर मोहल्ला, चंदगवां तहसील लित्र पुलवामा से एटीएस लखनऊ में पूछताछ कर रही है। दोनों से हुई पूछताछ के बाद एटीएस की टीम ने फिलहाल देवबंद में डेरा डाल रखा है।
कोई बड़ी सफलता नहीं मिली
सूत्रों का कहना है कि टीम द्वारा कुछ संभावित ठिकानों पर दबिश डाली गई, मगर कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है। सूत्र दावा कर रहे हैं कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपितों के संपर्क में देवबंद सहित आसपास के जिलों के कुछ और युवक भी हैं। दोनों आरोपितों से मिली जानकारी के आधार पर एटीएस संभावित जैश सदस्यों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। एटीएस ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर पुलिस संपर्क साधा है, ताकि दोनों के परिजनों की आर्थिक स्थिति के बारे में पता चल सके।
रिक्रूट के लिए देवबंद क्यों ?
जैश के दोनों आतंकियों से एटीएस की पूछताछ जारी है। दोनों से बार-बार यही सवाल पूछा जा रहा है कि रिक्रूट के लिए दोनों ने देवबंद ही क्यों चुना? यह भी पूछा गया कि देवबंद के नाज हॉस्टल में इन्हें कमरा किसकी मार्फत मिला। सूत्रों की मानें तो जैश-ए-मुहम्मद के आतंकी शाहनवाज तेली तथा आकिब मलिक को जब गिरफ्तार किया गया तो उनके कब्जे से पिस्टल, कारतूस, आतंकी चैट व वीडियो के अलावा कुछ बारूद भी मिला है। बताया जा रहा है कि, बारूद की बाबत भी एटीएस ने जांच करनी शुरू कर दी है, मगर अधिकारिक रूप से इसकी कोई पुष्टि नहीं है।
गिरफ्तार दोनों आरोपितों के बैंक खातों की डिटेल मंगाई
खुफिया एजेंसियों ने आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद से जुड़े शाहनवाज और आकिब मलिक को हवाला के जरिए फंङ्क्षडग की आशंका जताई है। आरोपितों के बैंक खाते की डिटेल जम्मू-कश्मीर पुलिस व स्थानीय खुफिया एजेंसियों से मंगाई गई है। इसी के साथ कई खुफिया टीम पश्चिम उप्र समेत प्रदेश के अन्य सभी क्षेत्रों में हवाला का धंधा करने वालों को चिह्नित करने में जुट गई है। एटीएस इस जांच-पड़ताल में जुटी है कि शुक्रवार को देवबंद में पकड़े गए आंतकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद के सदस्य शाहनवाज और आकिब मलिक को कहीं कश्मीर में बैठे उनके आका तो हवाला के जरिए आतंकी फंडिंग नहीं मुहैया करा रहे। पता चला है कि संगठन से जुड़े एक अन्य आतंकी अबुल बकर के दिशा-निर्देश पर ही दोनों आंतकी पश्चिम उप्र में अपना नेटवर्क मजबूत करने में जुटे थे। सूत्र बताते हैं कि आंतकी अबुल बकर भी कश्मीर में जैश का सक्रिय आतंकी है, जो सोशल मीडिया के जरिए जैश के लिए युवाओं का भर्ती अभियान छेड़े हुए है।