छह दशक से रावण का पुतला बना रहा मुस्लिम परिवार
गंगोह वासी एक मुस्लिम परिवार हिन्दू समाज के पर्व दशहरा पर छह दशक से भी अधिक समय से रावण के पुतलों का निर्माण कर रहा है। परिवार की तीसरी पीढ़ी भी अब इस काम को कर सांप्रदायिक सौहार्द बढ़ा रही है।
सहारनपुर, जेएनएन। गंगोह वासी एक मुस्लिम परिवार हिन्दू समाज के पर्व दशहरा पर छह दशक से भी अधिक समय से रावण के पुतलों का निर्माण कर रहा है। परिवार की तीसरी पीढ़ी भी अब इस काम को कर सांप्रदायिक सौहार्द बढ़ा रही है।
गंगोह में बाबा हरिदास व हजरत कुतबे आलम के प्रेम व भाई चारे के संदेश आज भी यहां की फिजा में तैर रहे हैं। नगर के मोहल्ला गुलाम साबिर का परिवार यहां छह दशक से दशहरा पर्व पर रावण मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतले तैयार कर रहा है।
पुतले बनाने वाले मोहल्ला गुलाम साबिर निवासी अम्मार अहमद ने बताया कि छह दशक पूर्व उनके पिता मुजफ्फर हसन व दादा अल्ला रखा ने रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतलों को निर्माण किया। उनके द्वारा ही अन्य स्थानों के लिए भी पुतले बनाएं। अब तो उन्हें हर साल इस पर्व का इंतजार रहता है। वह एक माह पूर्व अपने पूरे परिवार के साथ इन पुतलों की तैयारी में जुट जाते हैं। अम्मार का कहना है कि गंगोह में आपसी सौहार्द इतना मजबूत है कि यहां जाति अथवा धर्म कोई मायने नहीं रखता।