कोरोना के अलर्ट के बीच चीन से वापस सहारनपुर पहुंचा मेडिकल छात्र
चीन में फैल रहे कोरोना वायरस के अलर्ट के बीच एमबीबीएस कर रहा छात्र सहारनपुर लौट आया। चीन से वाया श्रीलंका होते हुए हिन्दुस्तान आने पर उसकी तीन जगह मेडिकल जांच हुई।
सहारनपुर, जेएनएन। चीन में फैल रहे कोरोना वायरस के अलर्ट के बीच चीन की राजधानी बीजिंग में एमबीबीएस कर रहा छात्र सहारनपुर लौट आया। चीन से वाया श्रीलंका होते हुए हिन्दुस्तान आने पर उसकी तीन जगह मेडिकल जांच हुई।
सहारनपुर के कस्बा सरसावा के मोहल्ला चौधरियां निवासी चौधरी प्रदीप का पुत्र नवदीप सिंह चीन की राजधानी बीजिंग में कैपिटल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। वह एमबीबीएस के तृतीय वर्ष का छात्र है। वहां पर कोरोना वायरस अलर्ट के बीच नवदीप सिंह भारत लौट आया है। कोरोना वायरस के खौफ के कारण नवदीप पढ़ाई अधूरी छोड़कर भारत अपने घर सहारनपुर लौटा है। नवदीप चीन से श्रीलंका होते नई दिल्ली के बाद सहारानपुर पहुंचा है। इस दौरान उसकी तीन जगह मेडिकल जांच हुई। सहारनपुर के सरसावा में नवदीप के चीन से पहुंचने की सूचना पर कल ही आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग की टीम छात्र के घर पहुंच गई और छात्र की जांच की।
भारत वापस लौटने पर के बारे में नवदीप ने बताया कि कोरोना वायरस के कारण इन दिनों चीन हाई अलर्ट पर है, लेकिन अभी यह वायरस विशेष रूप से चीन के वुहान शहर में ही देखने को मिला है। इस वायरस की वजह से पूरी दुनिया अलर्ट हो गई है। मेरे माता पिता भी इस खबर की वजह से काफी परेशान थे। उसने 16 फरवरी तक की छुट्टी लेकर श्रीलंका के रास्ते दिल्ली होते हुए अपने घर पहुंच गया।
मां को सता रही थी चिंता
नवदीप की माता ने कहा कि जब उन्हें कोरोना वायरस के बारे में पता चला तो उनको अपने पुत्र की चिंता सताने लगी। जिसके बाद से वह लगातार नवदीप को फोन कर घर वापस आने को कह रही थीं। जब नवदीप घर वापस लौटा और परीक्षण में उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई तो घर वालों ने चैन की सांस ली। अभी भी डॉक्टर ने नवदीप को घर से बाहर निकलने के लिए मना किया है।
नवदीप ने बताया कि श्रीलंका में उनका मेडिकल परीक्षण हुआ था। वहां पर उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। मेडिकल कॉलेज से अग्रिम आदेश तक भारत में रहने का मैसेज भी आया है। सीएमओ डा. बीएस सोढ़ी ने बताया कि उन्होंने डा.राजेश कुमार के नेतृत्व में टीम को छात्र के घर भेज दिया है। छात्र का परीक्षण कर उन्हीं के घर के एक कमरे को आइसोलेशन वार्ड के रूप में तैयार कर छात्र नवदीप को रखा जाएगा। डा. राजेश की अनुमति के बिना किसी को भी उनसे मिलने की अनुमति नहीं होगी।