घायल पक्षी का उपचार कराया, वन विभाग को सौंपा
वाणिज्य कर अधिकारी उमंग द्विवेदी की दयालुता से करंट से घायल पक्षी शिकारा की जान बच गई।
सहारनपुर, जेएनएन। वाणिज्य कर अधिकारी उमंग द्विवेदी की दयालुता से करंट से घायल पक्षी शिकारा की जान बच गई। उन्होंने छह दिन तक पक्षी को अपने घर मे रखकर उपचार कराया। जिला वन अधिकारी को सूचना देने के बाद विभाग के एक टीम ने उमंग के घर पहुंचकर पक्षी की सुपुर्दगी ली।
दिल्ली रोड पैरामाउंट कालोनी निवासी वाणिज्य कर अधिकारी उमंग द्विवेदी को घर के पार्क के नजदीक झाडि़यों में छह दिन पूर्व घायल पक्षी मिला था। उमंग से उसकी पीड़ा देखी नही गई और वह उसे अपने घर ले आई। कालोनी में रहने वाले एक पशु चिकित्सक को बुलाकर उसे तुरंत उपचार दिलाया। चिकित्सक की सलाह के अनुसार ही शिकारा को खाना-पानी आदि दिया। आफिस जाने से पहले और और आफिस से आने के बाद उसके देखभाल में लगी रहती। उमंग के पति कुशाग्र पाठक देहरादून में भारतीय वन सेवा में अधिकारी हैं। उमंग ने पति से भी पक्षी की बाबत बातचीत की। दिल्ली और तमिलनाडु में बर्ड सेंचुरी के अधिकारियों से बातचीत की। पक्षी की पहचान कराने के लगातार प्रयास में लगी रही, उन्हें बताया गया कि यह पक्षी शिकारा है। इंटरनेट से भी उमंग ने आवश्यक जानकारी ली। जिला वन अधिकारी विजय सिंह को घायल पक्षी की बाबत सूचित किया। सूचना के बाद गुरुवार को वन विभाग की टीम उमंग के घर पहुंचकर पक्षी को अपनी सुपुर्दगी में लिया। उमंग की दयालुता की उनके पड़ोसियों और आफिस के सहकर्मियों ने भी खूब सराहना की। अधिवक्ता शिशिर वत्स भी पक्षी को देखने उनके घर पहुंचे।