सलाखों के पीछे दफन है 28 मौत का रहस्य
सहारनपुर: बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या तो जगजाहिर है, मगर ऐसे कई कैदी हैं जिनकी म
सहारनपुर: बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या तो जगजाहिर है, मगर ऐसे कई कैदी हैं जिनकी मौत आज भी एक राज है। सलाखों के पीछे दम तोड़ने वाले इन कैदियों का विसरा लैब में सुरक्षित है। मंडल की दो जेलों में साल 2013 से अब तक 110 कैदियों की मौत हो चुकी है। इसमें 28 बंदी ऐसे हैं, जिनकी मृत्यु का कारण रहस्य बना हुआ है।
मंडल मुख्यालय के रिकार्ड के मुताबिक मुजफ्फरनगर जेल में पांच मौत पर आज भी रहस्य बरकरार है। उधर, सहारनपुर जेल में 23 बंदियों की मौत की वजह पूछने पर जेल प्रशासन ने हाथ खड़े कर दिए। बताया गया कि पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट न होने पर विसरा सुरक्षित कर परीक्षण के लिए आगरा लैब भेजा जा चुका है, मगर रिपोर्ट आज तक नहीं आई।
केवल दो कैदियों की मौत का कारण है स्पष्ट
सहारनपुर जेल में सींखचों के पीछे दम तोड़ने वाले 29 बंदियों में हारुन व राजीव उर्फ ¨रकू की मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट है। चार अप्रैल 2013 को हारुन व आठ जुलाई 2013 को राजीव ने दम तोड़ा था। दोनों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण फेफड़ों का रोग बताया गया।
मुजफ्फरनगर जेल की पांच मौत पर रहस्य
मुजफ्फरनगर जेल की रिपोर्ट में 29 अप्रैल 2016 को गोपाल व 30 अप्रैल को मित्तर तथा पिछले साल अश्वनी व विक्रम सहित एक अन्य कैदी की मौत हुई थी। इन पांचों की मौत कैसे हुई? इसका पता नहीं चल सका।
इनका है कहना..
विसरा प्रिजर्व मामलों में लैब से नियमित पत्राचार किया जाता है। कई बार तो बंदी रक्षक को भी भेजा जाता है, लेकिन लैब में नंबर के हिसाब से विसरे की जांच होती है, कई बार इसलिए भी देरी होती है।
-डा. वीरेशराज शर्मा, वरिष्ठ जेल अधीक्षक, सहारनपुर।