कारी अबुल हसन की 117वीं पुस्तक का विमोचन
दारुल उलूम देवबंद के पूर्व उस्ताद एवं राब्ता आलम ए इस्लामी मक्का (सऊदी अरब) के सदस्य कारी अबुल हसन आजमी की 117वीं पुस्तक का विमोचन उलमा और मुस्लिम बुद्धिजीवियों के हाथों किया गया।
सहारनपुर जेएनएन। दारुल उलूम देवबंद के पूर्व उस्ताद एवं राब्ता आलम ए इस्लामी मक्का (सऊदी अरब) के सदस्य कारी अबुल हसन आजमी की 117वीं पुस्तक का विमोचन उलमा और मुस्लिम बुद्धिजीवियों के हाथों किया गया। ईदगाह रोड स्थित महादे इल्मी अल इस्लामी मदरसा परिसर में आयोजित हुए विमोचन कार्यक्रम में दारुल उलूम वक्फ के उस्ताद मौलाना नसीम अख्तर शाह कैसर ने कहा कि मौलाना कारी अबुल हसन किसी परिचय के मोहताज नहीं है। कारी साहब ने इस फन में महारथ हांसिल की है। दिरासथ-फी इल्मुत्तजवीद वल किरात उनकी 117वीं पुस्तक है। मौलाना बिलाल कासमी ने कहा कि कारी अबुल हसन एशिया में इल्म तजवीद व किरात पर काम करने वाले कुछ चुनिदा लोगों में से एक हैं। तजवीद ए किरात की दुनिया से ताल्लुक रखने वाले अध्यापक और छात्र इस किताब से लाभांवित होंगे। इस अवसर पर मदरसा असगरिया के उस्ताद कारी रागिब, उमर इलाही, अब्दुर्रहमान सैफ, हाफिज राशिद कैसर, आरिफ उस्मानी आदि मौजूद रहे।