किशोरावस्था में बालिकाओं से रखें मित्रवत व्यवहार
किशोरावस्था में बालिकाओं से रखें मित्रवत व्यवहार
जागरण संवाददाता, रामपुर : सेंट पॉल स्कूल के प्रांगण में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें बालिकाओं में किशोरावस्था में होने वाले शारीरिक एवं मानसिक परिवर्तन के फलस्वरूप सामंजस्य बैठाने को लेकर मंथन किया गया।
कार्यशाला का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर रामस्वरूप मैमोरियल यूनिवर्सिटी की काउंसलर नितिका वासु आहुजा ने कहा कि किशोरावस्था ऐसी अवस्था है, जिसमें हमारे अंदर शारीरिक एवं मानसिक रूप से तमाम परिवर्तन होते हैं। ऐसे में हमारा मस्तिष्क इन परिवर्तनों में सामंजस्य बैठाने में असमर्थ हो जाता है। इस गंभीर समस्या का समाधान करने के लिए आत्मविश्वास एवं संयम की आवश्यकता होती है। किशोरावस्था में अक्सर हम सही एवं गलत की पहचान नहीं कर पाते। ऐसे में इसका एकमात्र सहारा हमारा संयम एवं खुद पर विश्वास का होना है। इसके अलावा स्वयं के प्रति सजगता भी इस अवस्था में हमें बहुत जागरूक रखती है। अपने लिए एवं अपनों के लिए हमारे क्या कर्तव्य हैं। क्या सही है एवं क्या गलत है, इसकी पहचान होना अति आवश्यक है। इसके लिए अभिभावकों के साथ ही शिक्षकों को भी उनका सहयोग करना चाहिए। ऐसे में उनके साथ मित्रवत व्यवहार रखना अनिवार्य होता है, जिससे वे सरलता से दुविधाओं से बाहर आ सकें।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रशासक अनुज दयाल, प्रधानाचार्य मनोज पाठक, सुधीर कुमार सिंह, डॉ. रीना अग्रवाल आदि रहे। संचालन अध्यापिका आयरिन मैरी ने किया।