कछुआ गति से चल रहा नैनीताल हाईवे पर काम
जागरण संवाददाता, बिलासपुर : नैनीताल हाईवे पर फोर लाइन का निर्माण शुरु होने के बाद लोगा
जागरण संवाददाता, बिलासपुर : नैनीताल हाईवे पर फोर लाइन का निर्माण शुरु होने के बाद लोगों को उम्मीद थी, कि अब सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी। अधिकारियों की लापरवाही के चलते ऐसा नहीं हुआ। मार्ग पर दुर्घटनाओं का क्रम लगातार जारी है।
नगर से रुद्रपुर बार्डर तक की दूरी मात्र 15 किलोमीटर है। इस मार्ग पर डीएवी इंटर कालेज से लेकर धनौरा मोड़ तक नैनीताल हाईवे पर सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते हैं। लोग इसे एक्सीडेंट जोन कहते हैं। इस दौरान नैनीताल हाईवे पर सर्व संस्कृति स्कूल, मन्नत गार्डन एवं गांव धनौरा मोड़ पर तीव्र मोड़ होने की वजह से यहां पर लगातार सड़क हादसे होते रहते हैं। फोर लाइन निर्माण काम कर रही सदभाव कंट्रक्शन के अधिकारियों द्वारा धनौरा मोड़ समेत अन्य तीव्र मोड़ पर पत्थर की रोड़ी डालने की वजह से बाइकें फिसल जाती हैं। मोड़ तीव्र होने के चलते अक्सर बाइक चालक समेत अन्य वाहन जैसे ही हाईवे पर आते है और दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। 12 नवंबर को धनौरा मोड़ पर किसी वाहन की टक्कर से दो व्यक्ति घायल हो गए। 16 नवंबर को कार की टक्कर से बाइक पर हरदीप ¨सह एवं जसविन्द्र ¨सह दोनों पिता-पुत्र घायल हुए। उनका रुद्रपुर स्थित अस्पताल में उपचार चल रहा है। अक्टूबर माह से अब तक उक्त स्थान पर करीब 15 बार सड़क हादसे हो चुके हैं, जिसमें लगभग 15 से अधिक व्यक्ति घायल हो चुके हैं।वहीं गांव ईसानगर एवं जीपीएल फैक्ट्री के पास नैनीताल हाईवे पर अधिकांश सड़क हादसे होते हैं। दो व्यक्तियों की मौत होने के साथ ही लगभग 20 से अधिक व्यक्ति घायल हो गए हैं। एनआइए के अधिकारियों की लापरवाही के चलते नैनीताल हाईवे पर हादसे हुए हैं। लोगों का कहना कि जिन स्थान पर मार्ग में गहरे गड्ढे हो गए हैं। उक्त स्थान की एनआइए के अधिकारियों द्वारा मरम्मत न कराने की वजह से हादसे हुए हैं। नैनीताल हाईवे यातायात के शाइन बोर्ड न होने की वजह से हादसे हुए हैं। कोई भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिसका खामियाजा लोगों को अपनी जान से देकर चुकाना पड़ रहा है। उपजिलाधिकारी दुगर शंकर गुप्ता ने कहा कि जांच कराकर दुर्घटना वाले स्थानों पर शाइन बोर्ड लगवाएं जाएंगे। नैनीताल हाईवे पर अधिकारियों की लापरवाही एवं यातायात के शाइन बोर्ड न होने की वजह से सड़क हादसों में बढ़ोत्तरी हो रही है। दुर्घटना वाले स्थानों पर शीघ्र शाइन बोर्ड लगवाए जाएं।
मन्नू शमर। धनौरा मोड़ पर पत्थर की रोड़ी पड़े होने की वजह से लगातार हादसे हो रहे हैं। उक्त स्थान को डामरयुक्त मार्ग का निमरण कराया जाए।
मोहित शर्मा। धनौरा तीव्र मोड़ होने की चलते यहां पर अधिकांश सड़क हादसे होते हैं। उक्त स्थान पर कोई शाइन बोर्ड न होना भी हादसे की मुख्य वजह है। शीघ्र शाइन बोर्ड लगाया जाएं।
विशाल आनंद। नैनीताल हाईवे पर दुर्घटना वाले स्थान धनौरा मोड़, ईसानगर एवं जीपीएल फैक्ट्री के पास अधिकारियों की लापरवाही के चलते आज तक कोई यातायात का शाइन बोर्ड नहीं लगा है, जबकि उक्त स्थानों पर सबसे ज्यादा हादसे होते हैं।
रवि यादव।